Modi: ‘जिंदा तो क्या, मरने के बाद भी नहीं गाड़ पाओगे’, संजय राउत की विवादित टिप्पणी पर पीएम मोदी का पलटवार

मुंबई। पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के नंदुरबार में विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने संजय राउत के अपने ऊपर दिए गए आपत्तिजनक बयान का भी जिक्र किया। पीएम ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कल ही शिवसेना वालों को गरीब से कितनी नफरत है, ये इन्होंने फिर बताया है। ये नकली शिवसेना वाले मुझे जिंदा गाड़ने की बात कर रहे हैं। एक तरफ कांग्रेस है, जो कहती है – मोदी तेरी कब्र खुदेगी, दूसरी तरफ ये नकली शिवसेना मुझे जिंदा गाड़ने की बात करती है। मुझे गाली देते हुए भी ये लोग तुष्टिकरण का पूरा ध्यान रखते हैं।

पीएम ने आगे महाविकास अघाड़ी को घेरते हुए कहा, “तुष्टिकरण के लिए ये भाषा बोली जा रही है। इनको सपने दिख रहे हैं कि मोदी को जमीन में गाड़ देंगे। इनकी सियासी जमीन खिसक चुकी है। इनको पता नहीं है कि देश की माताएं-बहनें मोदी की रक्षा करेंगी।”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “माताएं-बहनें ही मोदी की रक्षक हैं। ये मातृ शक्ति मेरा रक्षा कवच है। मुझ पर मातृ शक्ति का इतना आशीर्वाद है कि ये लोग चाहकर भी मोदी को जीते जी तो क्या, मरने के बाद भी जमीन में नहीं गाड़ पाएंगे।”

संजय राउत का बयान
दरअसल, अहमदनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए संजय राउत ने कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र में पैदा हुए थे और औरंगजेब का जन्म गुजरात में हुआ। राउत ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को अद्योगपति करार देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी गुजरात में ही पैदा हुए हैं। शिवसेना-यूबीटी नेता ने कहा “छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म महाराष्ट्र में हुआ, इसलिए महाराष्ट्र का अपना इतिहास है। इस औरंगजेब का जन्म गुजरात में हुआ, इतिहास देख लें। दाहोद गांव में उसका जन्म हुआ था। ध्यान रखें कि एक बार औरंगजेब को हमने महाराष्ट्र से बाहर किया था। 27 साल औरंगजेब महाराष्ट्र जीतने के लिए लड़ता रहा। आखिर में उसी औरंगजेब को गाड़कर हमने उसकी कब्र बना दी, फिर….।”

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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