Loksabha election:मुरैना में भावुक हैं प्रियंका गांधी, कहा… मेरे पिता को विरासत में दौलत नहीं शहादत मिली


यह चंबल की माटी है, यह न्याय की माटी है, सोच समझकर अपने मत का प्रयोग करिए : जीतू पटवारी

भोपाल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी  महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी, प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज मुरैना में कांग्रेस प्रत्याशी  सत्यपाल सिंह सिकरवार  के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित किया एवं कांग्रेस प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजयी बनाने की अपील की।
श्रीमती गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि यह वीरों की धरती है, आप अपने घरों से सरहद पर अपने बेटों को लड़ने भेजते हैं इसलिए हमारे लिए यह पवित्र भूमि है, कोई ऐसा युद्ध नहीं जिसमें आपने अपने बेटों को नहीं भेजा, अब चुनाव का समय है, जिस तरह आप अपने परिवार को सरहद पर भेज कर बड़ी जिम्मेदारी उठाते हैं उसी तरह इस देश में आपके वोट को लेकर भी यह जिम्मेदारी आपको उठानी है। मैं आपसे केवल दो बातें कहना चाहती हूं एक यह कि प्रधानमंत्री मोदी जी का ध्यान कहां है और दूसरी यह कि आपकी परिस्थितियों क्या हैं। आज देश में बहुत बड़ी-बड़ी समस्याएं हैं विभिन्न वर्गों की, जैसे 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है, आप अपने बच्चों के भविष्य के लिए बहुत मेहनत करते हैं, महंगाई बढ़ गई है लेकिन फिर भी आप परवरिश में आने वाली मुश्किलों को दूर करते हैं, आप अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए धन देते हैं, ट्यूशन के लिए धन देते हैं लेकिन जब बच्चा परीक्षा देने जाता है तो पेपर लीक हो जाता है। सब जगह रोजगार के अवसर यह सरकार खत्म कर रही है जैसे अग्नि वीर, 4 साल बाद सैनिक फिर नौकरी ढूंढे,पीएसयू की सब्सिडियरी उद्योगपति मित्रों को मोदी जी दे रहे हैं, कोयले की खदान हो, बंदरगाह हो, हवाई अड्डे हो, सड़के हों,बिजली के कारखाने हों, ये सब अपने मित्रों को दे रहे हैं।

श्रीमती गांधी ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से आपके रोजगार छीने जा रहे हैं, छोटे और मध्यम उद्योग के माध्यम से भी रोजगार मिलता था परंतु नोटबंदी कर दी गई जिसमें वादा तो किया काला धन लाने का  परंतु ना ही काला धन आया बल्कि छोटे उद्योग पिस गए जिससे रोजगार में कमी आई। फिर जीएसटी ले आए जिससे महंगाई बढ़ी, हर चीज महंगी हुई, किसानों पर भी जीएसटी लगा दिया। आज सिलेंडर महंगा है, छोटे दुकानदार तक परेशान हैं, किसान अपनी बेटी की शादी के लिए यदि कर्ज लेते हैं तो भले ही वह आत्महत्या कर ले उसका कर्ज माफ नहीं होगा लेकिन अपने खरबपति मित्रों का जरूर 16 लाख करोड रुपए इन्होंने माफ किया है। देश के लिए आपके शहीद भाइयों ने क्या इस सरकार से यही उम्मीद की थी? कांग्रेस हिंदू धर्म पर आधारित पार्टी है और इसका मूल है सत्य, जो सत्ता में है वह जनता को सर्वोपरि मानता है लेकिन आज की सत्ता क्या आपकी बात करती है? मोदी जी ने कभी क्या बेरोजगारी की बात की, 16000 करोड़ के दो हवाई जहाज ले लिए हैं, दुनिया घूमते हैं लेकिन क्या वे किसी गरीब के घर जाते हैं, क्या उसकी समस्याओं पर उससे बातचीत करते हैं? अगर नहीं करते तो वे कैसे जानेंगे कि आप गरीबी  की किस दलदल में जी रहे हैं? मीडिया चैनल खरबपतियों ने खरीद रखे हैं वे हमारी बात नहीं दिखाते लेकिन फिर भी हम लड़ रहे हैं।

श्रीमती गांधी ने कहा कि मोदी जी खुद को ईमानदार बताते हैं और इलेक्टरल बॉन्ड्स के जरिए आप खुद बताइए की दुनिया में सबसे अमीर पार्टी कौन सी बन गई  है ? गुजरात में जो पुल गिरा उसको बनाने वालों से चंदा ले लिया, वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर मोदी का चेहरा तो खूब देखा परंतु अब पता चल रहा है कि उस वैक्सीन से दिल के दौरे पड़ने की संभावना भी है, उस कंपनी तक से इन्होंने चंदा ले लिया, जिन कंपनियों पर छापे और केस थे उन कंपनियों से भी चंदा ले लिया और उन पर कार्रवाई बंद हो गई। क्या मोदी जी का ध्यान उन लाखों किसानों पर गया जो इस देश के लिए आंदोलन कर रहे थे, 600 किसान शहीद हो गए, मंत्री के बेटे जिसकी गाड़ी से किसान कुचले गए उन्हें तो सरकार ने खूब बचाया और उत्तर प्रदेश के चुनाव से पहले वे कानून वापस ले लिए तो आप सोचिए कि ये किस तरीके से आपको गुमराह कर रहे हैं, सिलेंडर लगातार महंगा होते जा रहा, नौकरी मिल नहीं रही, क्या मोदी जी टीवी से निकलकर नौकरी देंगे, इस भ्रमजाल से बाहर निकलिए। श्रीमती गांधी ने कहा कि हम नौजवानों को ₹100000 सालाना देंगे, हर महिला को 8500 हजार रुपए महीना देंगे, 30 लाख नौकरियां देंगे, भाजपा के वे लोग जो कहते हैं कि मोदी जी कोई भी काम चुटकी बजाते कर देते हैं उनसे पूछिए कि मोदी जी ने चुटकी बजा कर ये 30 लाख खाली सरकारी पद क्यों नहीं भर दिए?

श्रीमती गांधी ने कहा कि आपके दिल में देशभक्ति की भावना है इसलिए आप अपने बच्चों को सरहद पर भेजते हैं, 19 साल की उम्र में जब मैं अपने शहीद पिता के टुकड़ों को  घर लाई तो मैं इस देश से नाराज थी, मैं समझती हूं शहादत का क्या मतलब है, आज मैं 52 वर्ष की हूं और मैं समझती हूं कि नाराजगी उसी से होती है जिससे हम प्रेम करते हैं, इस देश के लिए मेरे मन में कितना प्रेम है में समझती हूं। जब मोदी जी कहते हैं कि मेरे पिताजी ने कोई कानून बदल दिया अपनी मां से विरासत लेने के लिए तो मोदी जी नहीं समझ पाए कि मेरे पिता को विरासत में दौलत नहीं शहादत मिली, आप यह बात समझते हैं वे नहीं समझ पाते, आपके बेटे शहीद होते हैं उस भावना को मैं समझती हूं क्योंकि मेरे दिल में भी वही भावना है, मोदी जी नहीं समझ सकते। तो आज हमें वे देशद्रोही कहें, हमारे ऊपर कैसे डालें या हमे मार डालें लेकिन यह भावना दिल से कोई नहीं निकल सकता।

श्रीमती गांधी ने जनता से आग्रह किया कि मैं आज भी आपसे वोट की अपील नहीं कर रही हूं बल्कि मैं आपसे जागरूक होने की अपील कर रही हूं। जब नीयत ठीक होती है तो नीति ठीक होती है अगर नीयत ठीक नहीं तो नीति भी ठीक नहीं होती है, आप सोचिए कि ये नीतियां जो सरकार बना रही है ये आम आदमी के लिए है या नहीं या किसी उद्योगपति के लिए है, जागरूक बनिए। सोचिए आपका वोट किसे जाना चाहिए जिनकी प्राथमिकता आप नहीं है या जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक चलके एक ही संदेश दे रहा है कि हम सब एक हैं, अपने वोट का विवेक से इस्तेमाल करिए, अपने देश को मजबूत बनाने, अपने भविष्य को मजबूत बनाने, देश के भविष्य को बुलंद बनाने, आरक्षण बचाने और संविधान को बचाने के लिए अपने मत का प्रयोग करिए।

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपने संबोधन में कहा कि  पिछले कई सालों से भाजपा के सांसद नरेंद्र तोमर हैं और यह चंबल की माटी है, यह न्याय की माटी है, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे स्वतंत्रता सेनानी जिन्होंने अंग्रेजों से दो दो हाथ कर उन्हें भगाया यह उनकी माटी है। श्री नरेंद्र तोमर ने भाजपा सांसद रहते हुए इन वर्षों में क्या रोजगार के लिए कोई काम किया, क्या तोमर जी एक भी काम ऐसा कर पाए जिसे सौगात के रूप में गिनाया जा सके, जब उन्होंने नहीं किया तो उनकी मुहर यह काम क्या कर सकती है इन बात को ध्यान में रखकर सोच समझकर अपने मत का प्रयोग करिए।
कार्यक्रम हेतु अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी  के सचिव शिव भाटिया कई दिनों तक कार्यक्रम के लिए स्थल पर रुके, कार्यक्रम को तैयारियों की एवं  सभा को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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