Sansad: सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-कुछ पार्टियां हार पचा नहीं पातीं, सदन में ड्रामा नहीं, डिलीवरी देनी चाहिए…सदन में हंगामे का दौर

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा किया और कई सांसद वेल तक पहुंच गए। इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।
उधर, राज्यसभा में नए सभापति सीपी राधाकृष्णन का स्वागत किया गया। पीएम ने उनका अभिवादन किया। शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा। 19 दिन के सत्र में 15 बैठकें होंगी। इस दौरान एटॉमिक एनर्जी बिल समेत 10 नए बिल पेश हो सकते हैं।
सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने मीडिया से 10 मिनट बात की। उन्होंने कहा, ‘ हाल के चुनाव में हार के बाद विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकलकर आए और सदन में मजबूत मुद्दे उठाए। अगर विपक्ष चाहे तो मैं उन्हें टिप्स देने के लिए तैयार हैं कि कैसे परफॉर्म किया जाए। उन्होंने कहा कि यह सत्र पराजय की हताशा या विजय के अहंकार का मैदान नहीं बनना चाहिए। नई पीढ़ी के सदस्यों को अनुभव का लाभ मिलना चाहिए। यहां ड्रामा नहीं, डिलीवरी होनी चाहिए।
पीएम मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि राष्ट्र की विकास यात्रा में वे अपने कुछ विचार बताना चाह रहे हैं, उस पर भी रोक लगा दी जा रही है। कोई भी दल हो, हमें अपने नई पीढ़ी के सांसदों को अवसर देने चाहिए। हमें उन्हें अवसर देना चाहिए। उनके अनुभवों का सदन को लाभ मिलना चाहिए। मेरा आग्रह रहेगा कि हम इन चीजों को गंभीरता से लें।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे नए सभापति आज से उच्च सदन का मार्गदर्शन करेंगे, मैं उन्हें शुभकामना देता हूं। जीएसटी रिफॉर्म्स यानी नेक्स्ट जेन रिफॉर्म्स ने देशवासियों के प्रति श्रद्धा का वातावरण पैदा किया है। उस दिशा में बहुत सारे काम होने वाले हैं। पिछले कुछ समय से हमारे सदन को या तो चुनावों की वॉर्मिंग अप के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, या पराजय की बौखलाहट को निकालने के लिए प्रयोग किया जा रहा है।
शीत सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा
शीत सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा में विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के चलते सभापति ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे फिर शुरू हुई, तो विपक्ष ने एसआईआर के मुद्दे पर हंगामा और नारेबाजी फिर से शुरू दी।
खडग़े ने सभापति से कहा- अपने आसन से उस तरफ ज्यादा न देखें, खतरा है
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने सभापति का स्वागत कर कहा कि आप तो सीपी राधाकृष्णन के हमनाम हैं। आशा है, आप उनकी तरह ही व्यवहार करेंगे और विचार रखेंगे। विपक्ष के नेता ने सभापति से कहा कि यह अपील करना चाहूंगा। आप अपने आसन से ज्यादा उस तरफ न देखें, उसमें खतरा है। आप इधर नहीं देखेंगे, तो भी खतरा है। आप दोनों तरफ संतुलन बनाए रखेंगे तो अच्छा होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘चुनावी स्थिति, महोदय, और प्रदूषण जैसे मुद्दे बहुत बड़े हैं। आइए इन पर चर्चा करें। संसद किस लिए है? यह कोई तमाशा नहीं है। मुद्दों पर बात करना और उन्हें उठाना तमाशा नहीं है। असली तमाशा तो यह है कि जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर लोकतांत्रिक चर्चा ही न होने दी जाए। ‘
मणिपुर जीएसटी विधेयक लोकसभा में पेश
स्थगन के बाद लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हो गई है। हालांकि एसआईआर के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा अभी भी जारी है। हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘मणिपुर गुड्स एंड सर्विस टैक्स’ (दूसरा संशोधन) विधेयक सदन में पेश किया।





