Air Pollution : दिल्ली में साल में सिर्फ 259 घंटे हवा साफ रहती है , राजधानी से बेहतर बंगलूरू-अहमदाबाद…

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण और मौसम की चरम स्थिति ने लोगों के लिए साफ हवा और आरामदायक तापमान का समय बेहद सीमित कर दिया है। एक ताजा अध्ययन के मुताबिक, साल के कुल 8,760 घंटों में से केवल 259 घंटे ही ऐसे हैं जब दिल्ली की हवा साफ और मौसम सुहावना होता है। यानी, साल का महज तीन फीसदी समय ही दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य के लिए अनुकूल और आरामदायक माहौल मिलता है। यह चौंकाने वाला खुलासा अहमदाबाद की सेंटर फॉर एनवायरनमेंट प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीईपीटी) यूनिवर्सिटी और क्लाइमेट-टेक स्टार्टअप ‘रेस्पिरर लिविंग साइंसेज’की संयुक्त शोध रिपोर्ट में हुआ है।

रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में साल भर में करीब 2,210 घंटे ऐसे होते हैं जब तापमान 18 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जिसे आरामदायक माना जाता है। लेकिन इस दौरान 88 फीसदी समय यानी 1,951 घंटे हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रहती है। इस समय वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 150 से अधिक रहता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। नतीजतन, दिल्लीवासियों को शायद ही ऐसा मौका मिलता है जब वे साफ हवा में सांस ले सकें और खुशनुमा मौसम का आनंद उठा सकें।

अध्ययन में दिल्ली की स्थिति को अन्य शहरों की तुलना में अधिक चिंताजनक बताया गया है। बंगलूरू में साल भर में 8,100 से ज्यादा घंटे साफ हवा और सुहावने मौसम के होते हैं। अहमदाबाद, भले ही गर्मी के लिए जाना जाता हो, फिर भी दिल्ली की तुलना में ज्यादा समय तक बाहर रहने के लिए अनुकूल परिस्थितियां देता है। हालांकि, चेन्नई की स्थिति भी दिल्ली जैसी ही है, जहां 88 फीसदी आरामदायक समय खराब हवा की गुणवत्ता से प्रभावित होता है। यह स्पष्ट है कि भारत के कई प्रमुख शहरों में वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन का मिला-जुला असर जीवन की गुणवत्ता को तेजी से खराब कर रहा है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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