MP Election: राहुल गांधी के चुनावी अभियान में OBC का तड़का: मालवा-निमाड़ में 40% टिकट इसी वर्ग को…l
भोपाल। राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में चुनावी प्रचार का आगाज मालवा-निमाड़ से किया है। शनिवार को शाजापुर में उनके भाषण का सिंगल पॉइंट सेंटर अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) पर फोकस्ड था। प्रदेश के इस हिस्से में विधानसभा की 66 सीटें हैं। इनमें से 31 आरक्षित हैं। बची 35 सामान्य सीटों की बात करें तो दिलचस्प तथ्य ये है कि इन पर भी 40% टिकट OBC नेता ही पाते रहे हैं। मालवा में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी राहुल कैंप से जुड़े हैं और उन्हें की पहल पर राहुल की सभा कालापीपल क्षेत्र में हुई, को जीतू के खास साथी कुणाल चौधरी का विधानसभा क्षेत्र है। कुणाल भी ओबीसी से आते हैं।
2018 में मालवा-निमाड़ की 35 जनरल सीटों में से 21 पर भाजपा-कांग्रेस ने 28 OBC उम्मीदवार उतारे। दोनों ने 14-14 टिकट (हाटपिपल्या शामिल नहीं) दिए। नतीजे आए तो 21 सीटों में से 13 पर OBC जीतकर विधायक बन गए। सक्सेस रेट 62%। 13 में से सात विधायक कांग्रेस, 6 बीजेपी के रहे। राहुल ने अपने भाषण में देशभर में OBC की आबादी 50% से भी ज्यादा बताई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे में इस बार और ज्यादा OBC चेहरे जनरल सीटों पर देखने को मिल सकते हैं।
मंदसौर (3 जनरल सीट): बीजेपी से 2 टिकट
बीजेपी
सुवासरा – राधेश्याम पाटीदार
गरोठ – देवीलाल धाकड़ (जीते)
कांग्रेस : कोई टिकट नहीं
नीमच (3) : कांग्रेस से 3 टिकट
बीजेपी : कोई टिकट नहीं
कांग्रेस
मनासा – उमराव सिंह
नीमच – सत्यनारायण पाटीदार
जावद – राजकुमार अहीर
धार (2 जनरल सीट) : बीजेपी से इकलौती ओबीसी महिला
धार – बीजेपी की नीना वर्मा (जीतीं)
कांग्रेस : कोई टिकट नहीं
खंडवा (1 जनरल सीट) : कांग्रेस से 1 टिकट
बीजेपी : कोई टिकट नहीं
कांग्रेस : मंधाता – नारायण पटेल (जीते)
देवास (3 जनरल सीट) : केवल कांग्रेस ने 1 टिकट दिया
बीजेपी : कोई टिकट नहीं
कांग्रेस : खातेगांव – ओम पटेल
(हाटपिपल्या सीट से OBC मनोज चौधरी को कांग्रेस ने टिकट दिया था, जीत के बाद दल बदल लिया था। अब वे बीजेपी विधायक हैं)
आगर (1 जनरल सीट) : बीजेपी से 1 टिकट, कांग्रेस से 1 टिकट
बीजेपी : सुसनेर – मुरलीधर पाटीदार
कांग्रेस : सुसनेर – महेंद्र भेरु सिंह बापू
रतलाम-बुरहानपुर में किसी ओबीसी नेता को टिकट नहीं
रतलाम जिले में बीजेपी और कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में एक भी ओबीसी नेता को टिकट नहीं दिया। बुरहानपुर में भी ओबीसी वर्ग को किसी भी पार्टी से टिकट नहीं मिला। इनके अलावा आलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, धार में रिजर्व सीट होने के कारण वहां ओबीसी को टिकट देने की संभावना ही नहीं थी।
कांग्रेस से मिल सकते हैं ओबीसी को ज्यादा टिकट
देखना होगा कि इस बार दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल- बीजेपी और कांग्रेस मालवा-निमाड़ में कितने ओबीसी उम्मीदवारों को मौका देते हैं। राहुल गांधी की कालापीपल के पोलायकलां में सभा के बाद संभावना है कि कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा ओबीसी प्रत्याशी मैदान में उतार सकती है।
वहीं, बीजेपी अभी तक प्रत्याशियों की तीन सूची जारी कर चुकी है। इंदौर में देपालपुर से मनोज पटेल और राऊ से मधु वर्मा मिलाकर दो ओबीसी टिकट बीजेपी ने घोषित किए हैं। कांग्रेस में भी देपालपुर से विधायक विशाल पटेल का टिकट तय है।
सत्यनारायण पटेल 5 नंबर से टिकट के लिए ताकत लगा रहे हैं।
ओबीसी उम्मीदवार की सबसे बड़ी और और सबसे छोटी जीत
पिछले चुनाव में मालवा-निमाड़ में ओबीसी उम्मीदवार की जीत-हार की बात करें तो सबसे बड़ी जीत उज्जैन दक्षिण से बीजेपी प्रत्याशी डॉ.मोहन यादव की थी। वे 18 हजार 960 वोट से चुनाव जीते थे। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र वरिष्ठ को हराया था, जबकि सबसे छोटी जीत इंदौर क्रमांक 5 विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी महेंद्र हार्डिया की रही। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल को 1132 वोटों से हराया था।
7 जनरल सीटें ऐसी, जहां दोनों पार्टियों ने OBC कैंडिडेट्स उतारे
राऊ, देपालपुर, इंदौर विधानसभा क्रमांक 5, महिदपुर, कसरावद, कालापीपल, सुसनेर।
मालवा-निमाड़ में विधानसभा सीटों का आंकड़ा
कुल सीट – 66, SC – 9, ST – 22, अनारक्षित – 35