Cyber Crime: नौकरी और लोन के नाम पर ठगी का हब बनता जा रहा है मध्य प्रदेश
भोपाल। ऐसा लगता है मध्यप्रदेश ऑनलाइन लोन और जॉब के नाम पर ठगी के मामले में हब बनता जा रहा है। जालसाज जरूरत के हिसाब से लोन या जॉब ऑफर लेटर देते हैं। किसी ने लोन लिया है तो किस्त जमा करने का दबाव बनाते हैं। जालसाजों ने जॉब ऑफर की है तो कमीशन या टैक्स के नाम पर रुपए मांगते हैं। रुपए नहीं देने पर जालसाज मॉर्फिंग कर अश्लील फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी देते हैं। चाइल्ड और वीमेन पॉर्नोग्राफी तक के मामलों में फंसाया जाता है। स्टेट साइबर सेल में हर साल ऐसी एक लाख से ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। सबसे ज्यादा मामले जॉब के नाम पर ठगी के हैं। अकेले भोपाल में बीते 8 महीने में ऐसे 730 केस सामने आ चुके हैं।
पता चला है कि एमपी में दर्ज सभी केसों को 180 लोगों की टीम हैंडल करती है। स्टेट साइबर सेल के ADG योगेश देशमुख कहते हैं कि जब तक हम जालसाजों के किसी एक तरीके को क्रैक करते हैं, वो ठगी का दूसरा तरीका इजाद कर लेते हैं। भोपाल में जुलाई में एक फेमिली सुसाइड का केस सामने आया था। इसमें क्रिमिनल्स ने पहले युवक को लोन फ्रॉड में फंसाया, फिर पैसा नहीं लौटाने पर उसकी अश्लील तस्वीर बनाकर वायरल कर दी। उस युवक ने मानसिक तनाव में आकर दो बेटों को जहर देने और पत्नी समेत सुसाइड करने का फैसला किया। मामले में जांच हुई तो पता चला जालसाजों के तार चीन तक जुड़े हुए हैं।
पूर्व में विधानसभा में मामला उठा था जिसमें कहा गया, राज्य के 60 थानों में अब तक कुल 1643 लोगों के साथ 71 करोड़ 7 लाख 17498 रुपए की ठगी हो चुकी है। सबसे ज्यादा ठगी 1 जनवरी 2021 से 31 दिसंबर 2021 के बीच यानी कोविड काल में की गई है। इस एक साल में 444 केस में 29 करोड़ 1 लाख 60 हजार 800 रुपयों की साइबर ठगी हुई है।
स्टेट साइबर सेल के ADG योगेश देशमुख कहते हैं कि हर साल हमारे पास 2 लाख के करीब शिकायतें आ रही हैं। इनमें से एक लाख शिकायतें तो केवल चाइल्ड और विमन पोर्नोग्राफी से संबंधित हैं। ADG स्वीकार करते हैं कि हम तकनीक, संसाधनों और बल में पिछड़ रहे हैं। 750 करोड़ का एक प्रोजेक्ट है, जो तकनीकी कारणों से उलझ गया है। जल्द ही 27 स्पेशल कंसलटेंट टीम जुड़ने वाली है।
भोपाल में हर महीने नौकरी के नाम पर साइबर फ्रॉड से जुड़ी 91 से ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। पिछले 8 महीनों में राजधानी के 730 लोगों से जालसाजों ने 2 करोड़ से ज्यादा ठग लिए हैं। कॉल पर मिली शिकायतों का ब्योरा भी शामिल करें तो इस साल अब तक दो हजार से ज्यादा लोगों को जालसाज फांस चुके हैं। ठगी गई रकम 6 करोड़ से हो सकती है। हमारे पास इस साल सबसे ज्यादा शिकायतें जॉब के नाम धोखाधड़ी को लेकर दर्ज हुई हैं। हैरानी की बात है 730 में से केवल 5 शिकायतों में ही अपराध कायम किए गए हैं।