IAS अफसर रवि कुमार सिहाग शादी के बंधन में बंध गए हैं। रवि ने अपनी बैचमेट आईएएस इशिता राठी के साथ शादी (IAS Ravi Sihag Ishita Rathi Marriage) की है। बताया जा रहा है कि ये शादी दिल्ली में हुई थी। इसमें कई बड़े प्रशासनिक अफसर और राजनीतिक लोग शामिल हुए।
शादी की तस्वीरें और रिसेप्शन का कार्ड सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इसके बाद से ही ये हाई-प्रोफाइल शादी चर्चा का विषय बन गई है। लोग उन्हें ढेर सारी बधाइयां भी दे रहे हैं।
बता दें कि रवि और इशिता दोनों ने यूपीएससी (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2021 में शानदार रैंक हासिल की थी। रवि ने ऑल इंडिया में 18वीं रैंक पाई, जबकि इशिता ने 8वीं रैंक हासिल की थी।
LBSNAA में शुरू हुई IAS लव स्टोरी?
सोशल मीडिया पर यह कहा जा रहा है कि रवि सिहाग और उनकी पत्नी इशिता राठी दोनों एक ही बैच के IAS अधिकारी हैं।
UPSC का रिजल्ट आने के बाद LBSNAA (Lal Bahadur Shastri National Academy Of Administration) में IAS ट्रेनिंग के दौरान दोनों के बीच नजदीकिया बढ़ी थीं।
किसान परिवार से IAS बनने तक का सफररवि कुमार सिहाग का जन्म 2 नवंबर 1995 को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के विजयनगर तहसील के चक 3-बीएएम गांव में हुआ था। उनके पिता रामकुमार सिहाग एक किसान हैं और मां विमला देवी गृहिणी हैं। रवि तीन बहनों के बीच बड़े हुए हैं, जिनमें से एक गृहिणी, एक सरकारी स्कूल की टीचर और एक कृषि पर्यवेक्षक हैं।
स्मार्ट स्ट्रेटिजी से यूपीएससी में हिन्दी मीडियम के टॉपर बने आईएएस रवि कुमार सिहाग
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हिन्दी मीडियम के टॉपर
आमतौर पर माना जाता है कि यूपीएससी में अंग्रेजी माध्यम के प्रत्याशी ही ज्यादा सफल हो पाते हैं। लेकिन, रवि ने यह परीक्षा हिंदी माध्यम से ही देकर पास की। वो अपने बैच के हिन्दी मीडियम के टॉपर भी रहे। उनका मानना है कि अगर आपकी बेसिक इंग्लिश ठीक है तो आपको किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है। आप अंग्रेजी के कंटेंट का भी आसानी से अनुवाद कर सकते हैं। वो कहते हैं कि जब मैं पहले एसएससी परीक्षा की तैयारी कर रहा था, तब ही मैंने अपनी अंग्रेजी सुधार ली थी। इसका फायदा मुझे यूपीएससी के समय मिला। उन्होंने अपना ऑप्शनल विषय भी हिन्दी साहित्य ही चुना था।
एमपी में इस पद पर हैं
आईएएस रवि कुमार सिहाग ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरस्वती विद्या मंदिर, विजयनगर से की। फिर उन्होंने 11वीं-12वीं की पढ़ाई अनूपगढ़ और विजयनगर के स्कूलों से की और बाद में शारदा कॉलेज, अनूपगढ़ से बीए की डिग्री हासिल की। 2016 में रवि ने UPSC की तैयारी शुरू की और कई उतार-चढ़ाव के बाद 2021 में IAS बनकर अपने सपने को पूरा किया।
इससे पहले, रवि (ravi kumar sihag) 2018 में IDAS और 2019 में IRTS कैडर में चुने गए थे, लेकिन 2020 में उनका प्रयास असफल रहा।मध्य प्रदेश में वे SDO (राजस्व), लखनादौन, सिवनी के पद पर हैं। उनके करियर में आरक्षण प्रमाणपत्र को लेकर कुछ विवाद भी उठे थे।
EWS प्रमाणपत्र पर विवाद
हाल ही में आईएएस रवि कुमार सिहाग का नाम चर्चा में आया, जब उनके आरक्षण श्रेणी से जुड़े दस्तावेजों पर सवाल उठे। DoPT (कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग) ने संबंधित राज्यों से जांच रिपोर्ट मांगी है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या उनका EWS प्रमाणपत्र सही था? रवि ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि उनके सभी दस्तावेज वैधानिक हैं।
