कांवड़ियों से टकराव क्यों? योगी राज में पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच तनातनी

Kanwar Yatra: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लातों के भूत बातों से नहीं मानते…वाले बयान के एक दिन बाद यूपी पुलिस के अफसरों के साथ ऐसा क्या हुआ कि उन्हें कांवड़ियों के खिलाफ सख्त आदेश जारी करना पड़ गया। दरअसल, प्रशासन ने प्रदेश के कुछ हिस्सों में कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों को हॉकी स्टिक, त्रिशूल और इसी तरह की अन्य चीजें ले पर प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा प्रशासन ने ध्वनि प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए यात्रा मार्गों पर बिना साइलेंसर वाली बाइकों के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

इन जिलों में लागू रहेगा प्रतिबंध

यह प्रतिबंध प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, हापुड़, बुलंदशहर, सहारनपुर में लागू है। यूपी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हथियारों का प्रदर्शन, चाहे प्रतीकात्मक ही क्यों न हो, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बता दें कि प्रशासन ने यह फैसला कांवड़ यात्रा मार्गों पर तोड़फोड़ और हमले की बढ़ती घटानओं के मद्देनजर लिया गया है। 

उल्लंघन करने वालों के खिलाफ हो रही FIR

TOI ने ADG (मेरठ जोन) भानु भास्कर के हवाले से कहा कि सरकार ने इस पर रोक लगाने के स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं। इन्हें सख्ती से लागू कर रहे हैं और जो लोग उल्लंघन करेंगे उनके खिलाफ FIR दर्ज की जा रही है। 

कांवड़ियों द्वारा उत्पात मचाने की आ रही घटनाएं

बता दें कि आए दिन कांवड़ियों द्वारा उत्पात मचाने की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। इन घटनाओं का सोशल मीडिया पर वीडियो भी काफी वायरल हो रहे है। पुलिस को मजबूर होकर यात्रा मार्गों पर अतिरिक्त फोर्स तैनात करनी पड़ती है, ताकि घटनाओं को रोका जा सके। 

CRPF जवान के साथ की मारपीट

कांवड़ियों ने शनिवार को मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर सीआरपीएफ जवान के साथ मारपीट की। इस पूरी घटना का सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हुआ। वीडियो में साफ नजर आ रहा था कि कुछ कांवड़िए जवान को जमीन पर गिराकर लात-घूंसों से पीट रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में सात कांवड़ियों को गिरफ्तार किया है। 

मेरठ में स्कूल बस में की तोड़फोड़

कांवड़ियों द्वारा कांवड़ यात्रा के दौरान जमकर उत्पात मचाया जाता है। मेरठ में कांवड़ियों ने एक स्कूल बस में तोड़फोड़ की, क्योंकि गलती से बस से एक कांवड़िए को टक्कर लग गई थी। इसके बाद कांवड़िए आक्रोशित हो गए और बस में तोड़फोड़ शुरू कर दी। 

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