चेन्नई: तमिझग विदुथलै काची (TVK) के प्रमुख और अभिनेता से राजनेता बने विजय ने केंद्र सरकार द्वारा आयोजित एक सरकारी सेवा परीक्षा में थंथई पेरियार को जातिवादी के रूप में प्रस्तुत करने की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने इसे बेहद आपत्तिजनक और निंदनीय बताया है. विजय ने यह बात TVK द्वारा आयोजित ‘तीसरे वार्षिक शैक्षणिक पुरस्कार समारोह’ के दौरान चेन्नई के पास पुंचेरी में कही.
छात्रों को संबोधित करते हुए दिया स्पष्ट संदेश
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विजय ने पहले दिव्यांग छात्रों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उन्हें प्रोत्साहित किया, फिर मंच से सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई दी. अपने भाषण की शुरुआत में उन्होंने कहा, मेरे प्यारे युवा नेताओं और अभिभावकों, नीट परीक्षा ही सब कुछ नहीं है. जीवन में इसके परे भी बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है. विजय ने अभिभावकों से अपने बच्चों पर करियर को लेकर दबाव न डालने का आग्रह किया. उन्होंने तकनीकी शिक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए युवाओं से मेहनत करने और अपने पसंदीदा क्षेत्र में आगे बढ़ने की अपील की.
जातिवाद और सांप्रदायिकता से दूरी रखने का आह्वान
विजय ने अपने भाषण में जातिवाद और सांप्रदायिकता के खतरों पर जोर दिया. उन्होंने कहा, हमें उन लोगों से दूर रहना चाहिए जो जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटते हैं. जाति और धर्म को उसी तरह अलग रखा जाना चाहिए जैसे नशे को, क्योंकि ये भी समाज को बर्बाद करते हैं. किसान और मजदूर जब कुछ बनाते हैं, तो वह किसी जाति या धर्म को नहीं देखता. उन्होंने थंथई पेरियार पर हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि एक समाज सुधारक को जाति से जोड़ना एक सुनियोजित प्रयास है और यह कतई स्वीकार्य नहीं है.
राजनीतिक चेतना और मतदान की अहमियत पर जोर
अपने भाषण के अंतिम हिस्से में विजय ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने माता-पिता से लोकतांत्रिक कर्तव्यों को समझने और निभाने के लिए कहें. उन्होंने आगामी 2026 के चुनावों में भारी मात्रा में काले धन के इस्तेमाल की चेतावनी दी. उन्होंने कहा वे लोग आपके ही पैसे का इस्तेमाल करेंगे आपको भ्रमित करने के लिए. आपको समझना होगा कि सही निर्णय क्या है. ईमानदार और गैर-भ्रष्ट प्रतिनिधियों को चुनना आपकी जिम्मेदारी है.