MP: डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने जिस वीडिओ को शेयर किया वह  फर्जी निकला? कर्नाटक का रीवा-सिंगरौली का बताया, कांग्रेस बोली- माफी मांगें

भोपाल. प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से रविवार दोपहर एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें रीवा-सिंगरौली रेल लाइन पर ट्रैक परीक्षण का दावा किया गया था। लेकिन बाद में सामने आया कि वीडियो कर्नाटक के कुश्तगी रेलवे स्टेशन का है, न कि रीवा का।

पोस्ट में लिखा गया था कि “रीवा-सिंगरौली रेलमार्ग पर WDP-4D इंजन ने सफल ट्रायल पूरा किया है। यह केवल एक तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि विंध्य क्षेत्र के विकास की दिशा में सशक्त संकेत है।”

लेकिन वायरल वीडियो दरअसल 30 मार्च 2023 को कर्नाटक के कुश्तगी स्टेशन पर हुए हाई स्पीड सीआरएस इंस्पेक्शन का है। रीवा रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर सतेंद्र सिंह बघेल ने पुष्टि की कि “वीडियो रीवा का नहीं है, यह कहीं और का है।”

कांग्रेस ने लगाया ‘फर्जी विकास’ का आरोप
वीडियो पोस्ट किए जाने के करीब दो घंटे बाद डिप्टी सीएम ने पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन तब तक 40 हजार से ज्यादा लोग वीडियो देख चुके थे।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा ने डिप्टी सीएम पर हमला करते हुए कहा – “डिप्टी सीएम नकली पोस्ट कर नकली विकास दिखाना चाहते हैं। इस पोस्ट में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को टैग कर उन्हें भी झूठ की कतार में खड़ा कर दिया। जनता को समझना चाहिए कि इसी तरह बाकी विकास की बातें भी नकली और खोखली हैं।”

अब तक आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं
इस पूरे मामले पर डिप्टी सीएम कार्यालय की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन विपक्ष ने इसे लेकर सरकार की साख पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।

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