अपरा एकादशी पर करें ये 3 अचूक उपाय, किस्मत पलटने में नहीं लगेगा समय!

हिन्दू धर्म मे हर तिथि व हर वार का अत्यधिक महत्व शास्त्रों में बताया गया है. एक साल में 24 एकादशी के व्रत रखे जाते हैं. हर महीने में 2 बार एकादशी व्रत किया जाता है. एक कृष्ण, तो दूसरा शुक्ल पक्ष में, धार्मिक मान्यता है कि एकादशी तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से जातक को शुभ फल की प्राप्ति होती है. साथ ही सभी मनोकामना पूरी होती है. इस दिन किया गया व्रत अनेक फल की प्राप्ति कराता है.

वहीं, इस बार ज्येष्ठ माह की एकादशी आने वाली है, जिसे अपरा एकादशी कहा जाता है. अपरा एकादशी का विशेष महत्व है. इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में तमाम कष्ट दूर हो जाते हैं. लक्ष्मी की कृपा मिलती है, जिससे धन प्राप्ति होती है,

कब मनाई जाएगी अपरा एकादशी ?
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 23 मई को देर रात 01 बजकर 12 मिनट पर होगी. वहीं, इस तिथि का समापन 23 मई को रात 10 बजकर 29 मिनट पर होगा. सनातन धर्म में उदया तिथि का खास महत्व है. ऐसे में अपरा एकादशी व्रत 23 मई को किया जाएगा और 24 मई को व्रत का पारण किया जाएगा.

जरूर करें अपरा एकादशी पर यह उपाय

स्वास्थ – अपरा एकादशी के दिन शाम के समय तुलसी के पौधे के नीचे गाय के घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए तुलसी के पौधे की सात परिक्रमा करें. ऐसा करने से आपका पूरा परिवार सेहतमंद रहेगा और आपको स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा.

केले का पेड़ – तो अपरा एकादशी के दिन केले के पेड़ की धूप-दीप, रोली-चावल आदि से पूजा करें और भगवान विष्णु को केसर मिला दूध अर्पित करें. कुछ मिनट बाद उसे प्रसाद के रूप में पी लें. ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच रिश्ते मधुर होंगे.

व्यापार – व्यापार मे परेशानी बनी हुईं है तो अपरा एकादशी पर 11 गोमती चक्र और 3 छोटे एकाक्षी नारियल लें. इन्हें मंदिर में स्थापित करके, इनकी धूप-दीप आदि से पूजा करें. पूजा के बाद एक पीले रंग के कपड़े में गोमती चक्र और एकाक्षी नारियल बांधकर ऑफिस या दुकान के मुख्य द्वार पर लटका दें. यह उपाय से व्यापार चलने लगेगा.

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