भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है।पहले दिन शहीद हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा, दिल्ली में आतंकी हमले में मारे गए लोगों, फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र सहित 14 लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद छिंदवाड़ा कफ सिरप से बच्चों की मौत का मामला, इंदौर का चूहा कांड और बीएलओ की मौत का मुद्दा उठा।
आदिवासी मजदूरों के भुगतान का मुद्दा उठा
नियम 138 (1) के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव अजय सिंह और हीरालाल अलावा ने पेश किया। इसमें सीहोर जिले के आदिवासी मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किए जाने और वन राज्य मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया गया। इस पर मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि 17 नवंबर और 26 नवंबर को पैसे मजदूरों के खाते में डाले गए
प्रहलाद पटेल बोले- सवाल बदलने का आरोप असंसदीय
सवाल बदले जाने को लेकर कांग्रेस के आरोप को पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने संसदीय मर्यादा के खिलाफ बताया।
ध्यान आकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने के पहले सदन में हंगामा
प्रश्न-उत्तर काल खत्म होने के बाद जैसे ही ध्यान आकर्षण प्रस्ताव का मामला विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने उठाया तो विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि विधायकों की भूमिका समाप्त करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। सत्ता पक्ष के विधायकों ने इसका विरोध किया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी बोलने लगे और सदन में हंगामा की स्थिति बन गई।
कांग्रेस के सारे विधायक नेता प्रतिपक्ष के सीट के पास आकर खड़े हो गए और सदन की अवधि बढ़ाने की मांग करने लगे।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हंगामा के बीच में कहा कि गागर में सागर भरने का काम किया जा रहा है, लेकिन सदन में शोर शराबा जारी रहा और कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते रहे।
बता दें सत्र 5 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान 4 दिन ही विधानसभा की बैठकें होंगी। 3 दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की बरसी पर स्थानीय अवकाश के कारण विधानसभा की भी छुट्टी रहेगी। सत्र में विपक्षी विधायक सीहोर की वीआईटी यूनिवर्सिटी में छात्रों को खराब भोजन-पानी मिलने के कारण हुए विवाद का मुद्दा जोर-शोर से उठाएंगे। अतिवृष्टि से नुकसान और मुआवजे का मुद्दा भी गूंजेगा।
दिसंबर में सत्र की अधिसूचना जारी होने से अब तक विधानसभा सचिवालय में 751 तारांकित और 746 अतारांकित प्रश्नों को मिलाकर 1497 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। ध्यानाकर्षण की 194, स्थगन प्रस्ताव की 06, अशासकीय संकल्प की 14, शून्यकाल की 52, नियम-139 की 02 सूचनाएं जबकि 15 याचिकाएं मिली हैं। 2 शासकीय विधेयक भी प्राप्त हुए हैं।
