MP: ऐसा क्या हुआ कि सीएम मोहन यादव को रात बारह बजे करने पड़े पार्टी विधायकों को फोन, कांग्रेस विधायकों को भी बुला लिया…?
भोपाल। हालांकि फिलहाल कोई बहुत बड़ा तूफान आने की आशंका नहीं है, लेकिन राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में यह चर्चा तो चल ही निकली है कि आखिर अचानक पार्टी के तमाम एमएलए को सीएम मोहन यादव ने फोन करके तत्काल भोपाल क्यों बुलाया..? एक चर्चा और, कांग्रेस विधायकों के प्रति अचानक प्रेम कैसे उमड़ पड़ा..?
थोड़ा शुरू से शुरू करते हैं। कल दोपहर तक मुख्यमंत्री की पसंद वाले एसीएस राजेश राजोरा प्रदेश के नए मुख्य सचिव बन रहे थे। Cm यादव को झारखंड जाना था। जैसे ही सीएम का विमान उड़ा, इधर पीएमओ से सीएम सचिवालय में फोन आता है कि राजेश राजोरा के आदेश जारी नहीं होंगे। अनुराग जैन को दिल्ली से रिलीव किया जा रहा है, उन्हें मुख्य सचिव बनाए जाने के आदेश जारी करने हैं।इसकी सूचना तत्काल सीएम को दे दी गई। रात को जब मोहन यादव भोपाल पहुंचे तो आदेश का अनुमोदन करना पड़ा। रात को ही अनुराग जैन के रिलीविंग और सीएस की नियुक्ति के आदेश जारी हुए।
सूत्र बताते हैं कि इस परिवर्तन के लिए शायद सीएम तैयार नहीं थे। जो भी हो, उन्होंने रात बारह बजे ही पार्टी यानी बीजेपी की तमाम एमएलए को फोन किया और करवाया। उन्हें सुबह किसी भी तरह भोपाल पहुंचने को कहा गया। कई विधायक बिना रिजर्वेशन के ही ट्रेन से आए तो कई अपनी गाड़ियों से भोपाल पहुंचे। इधर सुबह ही कांग्रेस विधायक दल के प्रतिनिधिमंडल को बुलाया गया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की अगुवाई में एक दर्जन कांग्रेस एमएलए सीएम से मिले तो सीएम ने दिल खोलकर स्वागत किया। उन्हें विधायक निधि के तहत दस करोड़ तक के विकास कार्य तत्काल करवाने की सहमति दी गई। उनसे कहा गया कि वे पांच साल का रोड मैप बनाएं पैसे की कमी नहीं आएगी।
उसी समय बीजेपी के विधायक भी सीएम हाउस पहुंचने लगे। कांग्रेस एमएलए के दल को देखकर कई एमएलए चौंक भी गए। लेकिन कोई कुछ नहीं बोला। सीएम ने अपनी पार्टी के विधायकों से चर्चा शुरू की। कुछ गोपनीय बात भी हुई, लेकिन उन्हें पांच साल में सौ करोड़ के काम करवाने का आश्वासन दिया गया। इस साल पंद्रह करोड़ देंगे। सूत्र बताते हैं कि सीएम का चेहरा गंभीर था, चिंता की रेखाएं साफ दिख रहीं थीं। कुछ विधायकों से अलग चर्चा भी की। विधानसभा स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर से भी चर्चा हुई। सभी इस बात से हैरान थे कि अचानक सीएम क्यों बुला रहे हैं, कुछ तो नहीं समझ पाए, लेकिन कुछ एमएलए समझ भी गए। उन्होंने सीएम से कहा भी, हम आपके साथ हैं।
बीजेपी में कुछ भी संभव है, लेकिन फिलहाल दो बातें सामने आ रही हैं। एक तो ये कि pm मोदी ने मध्य प्रदेश में सीएस की नियुक्ति सीधे हस्तक्षेप किया। वैसे वो गृह मंत्री अमित शाह के माध्यम से ही काम करते हैं। यहां बताते हैं कि शाह को भी अनुराग जैन की नियुक्ति की बात बाद में पता चली। कितना सही है, नही कह सकते, लेकिन बीजेपी के गलियारों में अनिश्चितता के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं।फिलहाल प्रदेश में अध्यक्ष की नियुक्ति होना है, देखते हैं, किसकी पर्ची निकलती है।