MP vidhansabha : इंदौर- छिंदवाड़ा में बच्चों और BLO की मौत पर हंगामा; ‘पूतना’ बनकर आईं विधायक

भोपाल। शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लंच के बाद विधानसभा में नियम 139 के अंतर्गत अतिवृष्टि से हुए नुकसान के प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कांग्रेसी विधायकों को थ्री लाइन व्हिप जारी कर नियम 139 के तहत किसानों की समस्याओं पर चर्चा के दौरान सदन में उपस्थित रहने को कहा है।मतदान की स्थिति में कांग्रेस विधायकों से सरकार के खिलाफ वोट करने को कहा गया है।
सत्र की शुरुआत में छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत का मामला उठा। इंदौर के एमवाय अस्पताल में बच्चों को चूहों के कुतरने पर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए। जोबट से विधायक सेना पटेल पूतना के ड्रेसअप में विधानसभा पहुंचीं। बच्चों के पुतले लेकर प्रदर्शन किया गया।
संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- कफ सिरप और इंदौर चूहा कांड को कार्रवाई से विलोपित करें। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार बोले- मैं सिर्फ बच्चों की मृत्यु पर शोक व्यक्त कर रहा हूं। ये इंसानियत पर प्रश्नचिह्न है।
कांग्रेस ने SIR में गड़बड़ी और काम के दबाव में बीएलओ की मौत का मुद्दा भी उठाया। नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने 8 BLO की मौतों का जिक्र किया तो मंत्री विश्वास सारंग ने आपत्ति की। कहा- नेता प्रतिपक्ष गरिमा का ध्यान रखें।
भोपाल की हुजूर विधानसभा से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने भावांतर योजना को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- हम भावांतर के सही रेट नहीं बता पा रहे हैं। यह हमारी गलती है। हमारे अधिकारियों के साथ-साथ हम भी किसानों को सही जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।
मंत्री बोले- 2 लाख 67 हजार किसानों को 432 करोड़ रुपए भावांतर दिया
विधानसभा में नियम 139 के अंतर्गत अतिवृष्टि से हुए नुकसान के प्रस्ताव पर चर्चा जारी है। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि 2 लाख 67 हजार किसानों को 432 करोड़ रुपए भावांतर की राशि के रूप में दिए गए हैं।
विधायक जंडेल बोले- झूठी FIR दर्ज कर किसानों को परेशान कर रहे
कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने कहा कि झूठी FIR दर्ज कर किसानों को परेशान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भी 3 हजार रुपए जमा कराने के बाद झूठी ताली बजवाने का काम कर रहे हैं। छोटे किसानों को 5 एचपी के मोटर पर 35 एचपी का बिल दिया जा रहा है। तीन बीघा जमीन वाले किसान को 3.60 लाख रुपए का बिल थमाया गया है। इससे पता चलता है कि किसानों को बिजली बिल के नाम पर किस तरह परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बीमा कम्पनियां पैसा काट लेती हैं लेकिन क्लेम नहीं देती हैं। श्योपुर जिले में 33 हजार किसानों का बीमा है लेकिन किसी को क्लेम नहीं दिया गया है। सरकार से खेत सड़क योजना लागू करने की मांग करते हुए जंडेल ने कहा कि किसानों के हित में किए गए ऐलान पूरे कराए जाएं।





