छतरपुर। छतरपुर के नौगांव थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा तीन आदिवासी युवकों के साथ गंभीर मारपीट और गुप्तांग में मिर्ची डालने का मामला सामने आया है। जिसको लेकर आज भीम आर्मी ने एक बड़ा प्रदर्शन करते हुए एसपी ऑफिस के सामने धरना दिया और साथ में उन तीनों युवकों को रिक्शा में अर्धनग्न अवस्था में लेकर के आए थे। जिनके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान तो हैं ही, साथ ही एक व्यक्ति प्रताप आदिवासी के कमर के निचले हिस्सों पर गंभीर चोटों के साथ-साथ उसके गुप्तांग में मिर्ची डालने के आरोप भी लगाए गए हैं।
नौगांव थाना क्षेत्र में एक ट्रांसफार्मर की चोरी के बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शक की बिना पर पुलिसकर्मी तीन आदिवासी युवकों को ग्राम धरमपुरा से पूछताछ के लिए दिखाने लेकर आए थे। इसके बाद लगातार 4 दिन तक उनसे पूछताछ जारी रही हालांकि रात में उन्हें छोड़ दिया जाता था। चौथे दिन परिजनों के विरोध के बाद और भीम आर्मी के पदाधिकारी के थाने में पहुंचने के बाद उनको छोड़ गया, लेकिन उन्होंने बताया कि उनकी एक शरीर पर गंभीर छोटे हैं और गुप्तांग में मिर्ची डाली गई है इसके बाद उन्हें छतरपुर के जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया गया।जहां से आज भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में ठेले पर इन तीनों युवकों को अर्धनग्न अवस्था में ही छतरपुर के एसपी कार्यालय के बाहर लाकर प्रदर्शन किया गया। इस मामले में छतरपुर के डीआईजी ललित शाक्यवार भी इनको समझाइए देने पहुंचे थे, लेकिन उसके बाद जो भी प्रदर्शन जारी रहा यह सभी प्रदर्शनकारी और पीड़ित नौगांव थाना प्रभारी व स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं। जिन्होंने इनके साथ इस घटना को अंजाम दिया है। प्रदर्शन के दौरान डीआईजी छतरपुर ललित शाक्यवार ने तीनों पीड़ितों की जांच के आदेश दे दिए हैं और इसके साथ ही नौगांव एसडीओपी ने एक बयान जारी कर नौगांव थाने के कुछ पुलिसकर्मियों के इस मामले में लिप्त होना स्वीकार कर जांच के आदेश दिए हैं।