MP : धर्मेंद्र सिंह भदौरिया की  18.59 करोड़ की संपत्ति, 10 करोड़ का बंगला बनवा रहा, 4 करोड़ का इंटीरियर

भोपाल। लोकायुक्त ने बुधवार को रिटायर्ड आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया के घर-दफ्तर पर छापा मारा। इंदौर में कैलाश कुंज, बिजनेस स्काई पार्क सहित सात और ग्वालियर में इंद्रमणि नगर स्थित घर पर सर्चिंग की गई। इस दौरान 829% अनुपातहीन संपत्ति मिली। इसमें एक करोड़ 13 लाख कैश शामिल है।
कार्रवाई के दौरान कई चौंकाने वाली जानकारी भी सामने आईं। सबसे खास बात तो यह है कि भदौरिया इंदौर में 5 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत का आलीशान बंगला बनवा रहा है। जिसके इंटीरियर के लिए उसने विदेशी सामान लगाने की प्लानिंग की है। भदौरिया अपने बंगले के इंटीरियर में ही लगभग 4 करोड़ रुपए खर्च करने की तैयारी में था। हालांकि, उसके पहले ही लोकायुक्त ने कार्रवाई कर दी।
इंदौर के मालवा काउंटी टाउनशिप में स्थित प्लॉट नंबर सी-35 पर भदौरिया का आलीशान मकान इंदौर की आर्किटेक्ट कंपनी द डिजाइन चैरेट तैयार कर रही है। इस कंपनी में धर्मेंद्र सिंह भदौरिया की बेटी अपूर्वा सिंह भदौरिया पार्टनर है।

इटालियन डिजाइन में बन रहा बंगला
धर्मेंद्र सिंह भदौरिया का बंगला इटालियन डिजाइन में तैयार हो रहा है। इसमें 2 से 3 हॉल बनेंगे। मुख्य हॉल में 22 लाख रुपए से ज्यादा कीमत का झूमर लगाने की प्लानिंग है। एक होम थिएटर भी होगा, जिस पर 50 लाख से ज्यादा की राशि खर्च की जाएगी। बंगले में फिल्मों की तरह सीढ़ियां डिजाइन की जा रही हैं।
बंगले में 4 बेडरूम होंगे। हर कमरे में बालकनी हैं। बैक साइड में गार्डन तैयार किया जा रहा है। जिसमें लग्जरी फाउंटेन लगेगा। सूत्रों की मानें तो भदौरिया के इस आलीशान बंगले के लिए लगभग 1.5 करोड़ रुपए का फर्नीचर चीन से इम्पोर्ट किया जाएगा।
प्लॉट की कीमत ही 3 करोड़ रुपए से ज्यादा
रिटायर्ड आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया अपने जिस आलीशान बंगले को तैयार करा रहा है, उसके प्लॉट की कीमत ही कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार 3 करोड़ 36 लाख 73 हजार रुपए है। मार्केट वैल्यू के हिसाब से इस प्लॉट की कीमत लगभग 6 करोड़ रुपए है।

इसमें कंस्ट्रक्शन कॉस्ट और इंटीरियर कॉस्ट अलग है। इस लिहाज से देखें तो भदौरिया इस बंगले के लिए लगभग 10 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर रहा है।
महंगी गाड़ियों का भी शौकीन
धर्मेंद्र सिंह भदौरिया महंगी गाड़ियों का भी शौक रखता है। उसके यहां से अधिकारियों को एक वॉल्वो, एक फॉर्च्यूनर, दो इनोवा सहित चार लग्जरी बाइक मिल चुकी हैं।
बताया जा रहा है कि अधिकारियों को उसके फ्लैट से दो महंगी सुपर बाइक मिली हैं, जिन्हें मोडिफाइड कराया गया है। भदौरिया ने अपनी अधिकांश गाड़ियों का नंबर 0045 लिया है।
नौकरी के दौरान दो बार निलंबित हो चुका भदौरिया
नौकरी में आने के बाद से ही धर्मेंद्र सिंह भदौरिया की कार्यशैली विवादित रही है। वह दो बार निलंबित हो चुका है।
वह इंदौर, ग्वालियर, खंडवा, धार और अलीराजपुर जैसी जगहों पर पदस्थ रहा है। लंबे समय से वह अलीराजपुर में ही पदस्थ था। मध्य प्रदेश में अलीराजपुर, झाबुआ और धार जिले गुजरात की अवैध शराब लाइन संचालन के सबसे अहम इलाके हैं। इस लाइन में भदौरिया की सालों से पकड़ रही है। इसी के चलते उसकी एक नहीं, दर्जन भर शिकायतें हो चुकी हैं।
नौकरी में रहते हुए ही बन गया था पेटी कॉन्ट्रेक्टर
आबकारी विभाग के सूत्रों ने बताया कि धर्मेंद्र सिंह भदौरिया ने अलीराजपुर का ठेका लेने वाले रिंकू भाटिया के साथ पेटी कॉन्ट्रेक्ट के जरिए हिस्सेदारी की थी। उसने जिले का पूरा शराब का धंधा ही पर्दे के पीछे से कब्जे में ले लिया था।
भदौरिया ऐसा अधिकारी है, जो सरकारी नौकरी के पैरेलल गुजरात की अवैध शराब लाइन को भी चलाने वाले के साथ काम करता रहा है। इसी के चलते उसने अकूत दौलत कमाई है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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