MP : 3 करोड़ की बंदरबांट, एएसपी बोले- एसपी ने कहा है सिर्फ 1.45 करोड़ दिखाओ, SDOP समेत 10 आरोपी दो दिन रिमांड पर

सिवनी। जिले में करीब 3 करोड़ रुपए के हवाला कांड मामले में अब तक 11 में से 10 आरोपी पुलिसकर्मियों को हिरासत में ले लिया गया है। इन पर डकैती, अपहरण और आपराधिक षड्यंत्र जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज है।

मामले में एएसपी, एसडीओपी और हवाला कारोबारी की बातचीत का एक ऑडियो भी सामने आया है। इसमें एएसपी ने एसडीओपी से कहा कि एसपी ने सिर्फ 1.45 दिखाने को कहा है। मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी कर रही है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा है।

हाईकोर्ट के आदेश- कारोबारी को सुरक्षित घर पहुंचाए पुलिस
इधर, सिवनी हवाला कांड में बुधवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने जिस कारोबारी सोहनलाल परमार से हवाला का पैसा जब्त किया गया था, उसे सुरक्षित घर छोड़ने के आदेश दिए हैं। साथ ही आदेश दिए कि जहां-जहां कारोबारी को रखा गया उसके CCTV फुटेज सुरक्षित रखे जाएं।

पत्नी ने लगाई थी हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका
जालना निवासी गंगाबाई परमार ने अपने पति सोहनलाल परमार की रिहाई को लेकर हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पति को पुलिस ने कई दिनों तक गैरकानूनी रूप से हिरासत में रखा है।

बुधवार को मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश संजीव सचदेवा और न्यायमूर्ति विनय सराफ की खंडपीठ में हुई। याचिका में गंगाबाई ने बताया कि उनके पति को 10 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था।

12 अक्टूबर को छोड़ा गया, लेकिन इसके बाद जालना पुलिस ने दोबारा गिरफ्तार कर सिवनी पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद हवाला केस के आरोपी व्यापारी को पुलिस द्वारा हाईकोर्ट में पेश किया गया। जिस पर हाईकोर्ट ने पुलिस को आदेश जारी किए।

डीआईजी बोले- सभी पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए
छिंदवाड़ा रेंज के डीआईजी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि हिरासत में लिए गए 10 आरोपी पुलिसकर्मियों में सस्पेंड एसडीओपी पूजा पांडे, एसआई अर्पित भैरम, प्रधान आरक्षक माखन इनवाती, आरक्षक योगेंद्र चौरसिया, आरक्षक नीरज राजपूत, जगदीश यादव, गनमैन केदार बघेल, एसडीओपी कार्यालय का चालक आरक्षक रितेश वर्मा, रीडर प्रधान आरक्षक रविंद्र उइके और सुभाष सदाफल शामिल हैं। सभी को आज कोर्ट में पेश किया गया है। प्रधान आरक्षक राजेश जंघेला की तलाश जारी है।

डीआईजी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जबलपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा ने जबलपुर नगर एएसपी आयुष गुप्ता को निलंबित पुलिसकर्मियों के संदिग्ध आचरण के संबंध में शुरुआती जांच रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे। इस दौरान मामले में शामिल सभी पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए गए हैं।

हवाला की रकम किसकी?,जबलपुर क्राइम ब्रांच कर रही जांच
हवाला की रकम किसकी थी और कहां से लाई गई थी, इसकी विस्तृत जांच जबलपुर क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है। एसआईटी में एएसपी जितेंद्र सिंह के अलावा तीन कर्मचारियों और लखनवाड़ा थाना प्रभारी चंद्रकिशोर सिरामे को शामिल किया गया है।
इस मामले में हाईकोर्ट जबलपुर के कुछ वकील भी सक्रिय हो गए हैं। सिवनी पहुंचे हाईकोर्ट के वकील आशीष त्रिवेदी ने इस मामले में पुलिसकर्मियों पर दर्ज एफआईआर को जल्दबाजी में की गई कार्रवाई बताया। हवाला के 3 करोड़ रुपए किसके हैं, किस मकसद से नागपुर भेजे जा रहे थे, यह भी अब तक जांच में स्पष्ट नहीं हो सका है।

अबतक 11 पुलिसकर्मी पहले हो चुके हैं सस्पेंड

आरोपी पुलिसकर्मियों पर लखनवाड़ा थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 310 (2) (डकैती), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 140 (3) (अपहरण) और 61(2) (आपराधिक षडयंत्र) के अंतर्गत आरोप लगाए गए हैं। घटना के तुरंत बाद ही सभी 11 पुलिसकर्मी निलंबित हो चुके थे।

मंगलवार को एसडीओपी पूजा पांडे, एसआई अर्पित भैरम, एसडीओपी कार्यालय के आरक्षक माखन इनवाती, योगेंद्र चौरसिया, जगदीश यादव और बंडोल थाने के आरक्षक नीरज राजपूत को गिरफ्तार किया है।

अब जानिए हवाला की रकम जब्ती का पूरा मामला

सिवनी पुलिस ने नागपुर के शख्स सोहन परमार से करीब 3 करोड़ रुपए जब्त किए थे। पुलिस पर आरोप है कि रिपोर्ट में जब्ती सिर्फ एक करोड़ 45 लाख रुपए की दिखाई। इतना ही नहीं, आरोपी को भी बिना कार्रवाई छोड़ दिया। इसकी जानकारी वरिष्ठ अफसरों को भी नहीं दी। जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था।

9 अक्टूबर को सीएसपी पूजा पांडे और एसआई अर्पित भैरम ने यह 1.45 करोड़ रुपए की रकम जमा कराई थी। मामला सामने आने के बाद 9 अक्टूबर की रात को आईजी प्रमोद वर्मा ने थाना प्रभारी अर्पित भैरम समेत 9 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद 10 अक्टूबर को डीजीपी कैलाश मकवाना ने एसडीओपी पूजा पाण्डेय को भी सस्पेंड कर दिया था।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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