रीवा। रीवा में यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक-1 के प्रभारी कार्यपालन यंत्री (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) टीपी गुर्दवान का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि केस कोई भी हो, बड़े अफसरों को माल (पैसा) देना पड़ता है।
सरकारी सिस्टम में भ्रष्टाचार है। जांच अधिकारी लेन-देन कर मामले को रफा-दफा कर देंगे। फर्जी डिग्री वाले मामले में शिकायत वापस ले लो। दैनिक भास्कर के पास इसका एक्सक्लूसिव वीडियो है।
बता दें कि टीपी गुर्दवान की एएमआईई की डिग्री फर्जी होने का आरोप है। इस मामले की जांच भी चल रही हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी ने आरटीआई के जरिए उनकी सर्विस बुक और डिग्री संबंधित दस्तावेज मांगे थे।
आरटीआई एक्टिविस्ट से कहा- मामला बाहर न उछालो
वीडियो में कार्यपालन यंत्री आरटीआई एक्टिविस्ट द्विवेदी से सर्विस बुक और फर्जी डिग्री मामले से संबंधित दस्तावेजों को बाहर न उछालने की बातें करते नजर आ रहे हैं। वह शिकायतकर्ता से आरटीआई से प्राप्त दस्तावेजों को दबाने की बात कह रहे हैं।
प्रमुख सचिव तक पहुंची जांच रिपोर्ट, कार्रवाई नहीं
बता दें कि प्रभारी कार्यपालन यंत्री टीपी गुर्दवान की फर्जी एएमआईई डिग्री की जांच हो गई है। कमिश्नर रीवा संभाग बाबू सिंह जामोद की फाइनल जांच रिपोर्ट महीने भर पहले ही प्रमुख सचिव ग्रामीण विकास विभाग दीपाली रस्तोगी को भेज दी। अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इंजीनियर का पहले भी सामने आ चुका वीडियो
अप्रैल माह में गुर्दवान का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें वह कहते नजर आए थे कि एक मामले में उपयंत्री अनित राज को बैक डेट में जाकर दस्तावेजों में सुधार कर उन्होंने संरक्षण दिया था। उन्होंने कहा कि विधायक अभय मिश्रा वाले एक प्रकरण में उन्होंने ही उसे बचाया है।
वह नहीं चाहते की किसी की नौकरी उनकी कलम से जाए। कई बार उनके द्वारा अनिल राज सिंह को बचाया गया है। इस मामले में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने टीपी को नोटिस जारी कर 3 दिवस के भीतर स्पष्टीकरण मांगा था।