सागर। आजादी का पर्व और स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम के दौरान भी जनप्रतिनिधियों की खींचतान कम नहीं होती। ऐसा ही एक वाक्या बीना में उस समय सामने आया जब ध्वजारोहण के दौरान बीना विधायक निर्मला सप्रे और जनपद अध्यक्ष उषा राय के बीच ध्वज की डोरी को लेकर अप्रत्याशित रूप से खींचतान नजर आई। बता दें कि कांग्रेस से भाजपा में आई बीना विधायक सप्रे जब-तब चर्चाओं में बनी रहती हैं।
जानकारी के अनुसार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शुक्रवार को बीना में ब्लॉक स्तरीय मुख्य कार्यक्रम एक्सीलेंस स्कूल में रखा गया था। जब ध्वजरोहण स्थल पर विधायक पहुंची तो उससे पहले जनपद अध्यक्ष उषा राय पहुंच चुकीं थी और ध्वज की डोरी उनके हाथ में थी। उन्होंने अप्रत्याशित रूप से ध्वज की डोरी को MLA से हल्का सा दूर कर लिया। एक बार तो ऐसा दृश्य भी दिखा कि उन्होंने विधायक का हाथ हटाने की कोशिश की हो।
सोशल मीडिया पर सामने आए बीना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें ध्वजारोहण के समय जनपद अध्यक्ष डोरी को अपने हाथ में मजबूती से थामे नजर आ रही है। उन्होंने डोरी को इस तरह पकड़ा था कि विधायक निर्मला सप्रे उसे थाम न सकें। ध्वजारोहण के दौरान चंद सेकंड के वीडियो में विधायक ध्वजारोहण करने के प्रयास में डोरी को अपनी तरफ करती नजर आ रही है। बहरहाल बाद में विधायक सप्रे ने सीएम के संदेश का वाचन किया।
समय से पहले न कर दें ध्वजारोहण
मामले को लेकर जनपद अध्यक्ष उषा राय ने स्थानीय मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि ध्वजारोहण में समय था। विधायक डोरी पकड़ना चाह रही थीं। कहीं अनजाने में वे ध्वजारोहण न कर दें, इसलिए डोरी को थोड़ा सा अपनी तरफ कर लिया था, ताकि समय से पहले ध्वजारोहण न हो जाए। वहीं विधायक निर्मला सप्रे ने ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया है।
जनप्रतिनिधियों ने जताई आपत्ति
बीना के इस कार्यक्रम में एक और मामला सामने आया है। नगर पालिका उपाध्यक्ष रमाकांत बिलगैया और अन्य जनप्रतिनिधि बैठक व्यवस्था को लेकर असंतुष्ट और नाराजगी जताते नजर आए। बिलगैया का कहना था कि परंपरा अनुसार कार्यक्रम में हर साल जनप्रतिनिधियों को पहली पंक्ति में बैठाया जाता है, जबकि इस साल जनपद उपाध्यक्ष और नगर पालिका उपाध्यक्ष को दूसरी पंक्ति में बैठाया गया है। उन्होंने एसडीएम के सामने इसको लेकर नाराजगी भी जताई है।
