मंत्री डॉ. शाह रिंगनोद पहुंचे

भोपाल : धार जिले के सरदारपुर ब्लॉक के शासकीय अनुसूचित जनजाति सीनियर बालक छात्रावास, रिंगनोद में बुधवार को दो छात्रावासी बालकों की असामयिक मृत्यु होने की दुर्घटना हुई। जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह गुरूवार को रिंगनोद (जिला धार) पहुंचे। इस दौरान पूर्व विधायक श्री वेलसिंह भूरिया व कलेक्टर धार भी मौजूद रहे।

रिंगनोद पहुंचकर जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने छात्रावास में घटना स्थल का बारीकी से मुआयना किया। छात्रावास के सभी बालकों से आत्मीयतापूर्ण चर्चा की और उन्हें उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानकारी ली। मंत्री डॉ. शाह ने बालकों से कहा कि वे निर्भय होकर अपनी पढ़ाई करें, छात्रावास में सभी जरूरी व्यवस्थाएं सरकार करेंगी। मंत्री डॉ. शाह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के सभी छात्रावासों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये जायें। बुधवार को छात्रावास में हुई दुर्घटना के संबंध में मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि घटना अत्यंत दुखद है। घटना की जांच की जा रही है। जांच के बाद दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।

मृत बालकों के घर पहुंचकर परिजन को सांत्वना दी

रिंगनोद से मंत्री डॉ. शाह दुर्घटना में मृत बालक विकास पिता शैतान सिंह के घर ग्राम भीलखेड़ी पहुंचे। इसके बाद मृत बालक आकाश पिता संग्राम सिंह के घर ग्राम रंगपुरा (खेड़ा) पहुंचे। यहां उन्होंने बालकों के परिजन से मिलकर अपनी आत्मीय संवेदनाएं व्यक्त कीं और उन्हें सांत्वना दी। मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि इस असीम दुख की घडी में सरकार हमेशा परिजन के साथ है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रतिनिधि के रूप में वे यहां आये हैं।

प्रमुख सचिव ने घटनास्थल का दौरा किया, जिले के सभी छात्रावास अधीक्षकों की बैठक भी ली

रिंगनोद के बालक छात्रावास में हुई दुर्घटना के संदर्भ में जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. ई. रमेश कुमार ने कलेक्टर धार श्री प्रियंक मिश्रा के साथ गुरूवार की सुबह घटनास्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इसके बाद प्रमुख सचिव डॉ. कुमार ने जिला पंचायत धार के सभागार में जिले के सभी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों, कन्या शिक्षा परिसरों, आवासीय विद्यालयों एवं छात्रावास/आश्रम अधीक्षकों एवं प्राचार्यों की संयुक्त बैठक ली। प्रमुख सचिव ने सभी को निर्देशित किया कि इस वर्ष सभी स्कूलों एवं आश्रम शालाओं के वार्षिक परीक्षा परिणाम बेहतर होने चाहिए। कोई भी गलती अक्षम्य मानी जायेगी। परीक्षा परिणाम अपेक्षा के अनुरूप न हुए, तो कड़ी कार्रवाई के लिये तैयार रहें।

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