नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध के हालात बने हुए हैं। चंडीगढ़ और अंबाला में शुक्रवार को हवाई हमले की चेतावनी दी गई है। चंडीगढ़ में सेना की वेस्टर्न कमांड है, NIA का भी दफ्तर है। अंबाला में एयरफोर्स स्टेशन मौजूद है।
तनाव के बीच केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें कहा गया है कि सेना प्रमुख चाहें तो वे टेरिटोरियल आर्मी के अफसरों-जवानों को बुला सकते हैं। TA अर्धसैनिक बल है, जो जरूरत पड़ने पर सेना की सहायता करती है। उधर, गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इमरजेंसी पावर का इस्तेमाल करने का आदेश दिया है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नेवी चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और CDS अनिल चौहान ने ताजा हालात की जानकारी दी। गृहमंत्री भी BSF, CISF के अफसरों के साथ मीटिंग की। उन्होंने भारत-पाकिस्तान बॉर्डर और एयरपोर्ट्स की सिक्योरिटी की जानकारी ली। कृषि मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय ने ने भी तैयारियों को लेकर मीटिंग की।
इस बीच, LoC पर पाकिस्तानी फौज 3 दिन से लगातार फायरिंग कर रही है। इसमें 17 नागरिकों की मौत हुई। इनमें 5 बच्चे भी शामिल हैं। कई इमारतों और गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है।
पंजाब के पठानकोट, बठिंडा, अमृतसर में रॉकेट, बम-ड्रोन मिले
भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने पंजाब पर तीसरी बार हमला किया। अमृतसर में सुबह 5 बजे ड्रोन से अटैक किया गया। हालांकि भारतीय सेना के डिफेंस सिस्टम S-400 से खासा इलाके में 2 ड्रोन नष्ट कर डाले। इनमें एक छोटा और दूसरा बड़ा था।
पठानकोट में देर रात हमले के बाद एयरबेस के पास पुलिस ने शुक्रवार सुबह सर्च ऑपरेशन चलाया है। इस दौरान नदी के किनारे बम मिला। जिसके बाद सेना ने इलाका खाली करा दिया। इसके साथ गांव करोली के पास ड्रोन मिला। सेना ने इसे कब्जे में ले लिया है। यहां सुबह साढ़े 4 बजे भी 3-4 धमाकों की आवाज सुनाई दी थी। गुरुवार रात हुए हमले के बाद बठिंडा में बीड़ तलाब और नथाना ब्लॉक के गांव तुंगवाली में खेतों में पाकिस्तानी रॉकेट के टुकड़े गिरे मिले।