नई दिल्ली. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत में कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष में भारत का व्यवहार संयमित और जिम्मेदारी भरा है। दोनों नेताओं की फोन पर बातचीत ऐसे समय हुई जब पाकिस्तान द्वारा भारत के सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की गई, जिन्हें भारत ने नाकाम कर दिया।
बातचीत में अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पक्षों को तनाव कम करने और बातचीत शुरू करने की जरूरत है। रुबियो ने बातचीत में अमेरिका की मदद की पेशकश भी की।अमेरिकी विदेश मंत्री ने आज ही पाकिस्तानी सेना के प्रमुख आसिम मुनीर और उप-प्रधानमंत्री इशाक डार से भी बात की और तनाव को कम करने की अपील की।
पाकिस्तान झूठा प्रोपेगैंडा चला रहा’
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि पाकिस्तान झूठ और प्रोपेगैंडा फैला रहा है और यह पाकिस्तानी सरकारी एजेंसियों द्वारा फैलाया जा रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, ये सरासर झूठ है। सिरसा, आदमपुर एयरबेस को नुकसान के दावे पूरी तरह से गलत हैं। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इन एयरबेस की तस्वीरें भी दिखाई गईं जिनमें भारतीय एयरबेस पूरी तरह से सामान्य दिखाई दिए।
विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है और खासकर जम्मू और पंजाब में हमले किए गए हैं। आज सुबह भी पाकिस्तान ने राजौरी में गोलीबारी की, जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हो गई। साथ ही जालंधर और फिरोजपुर में भी हमले हुए हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत की तरफ से श्री अमृतसर साहिब की तरफ मिसाइल हमले किए गए, ये बचकाने आरोप हैं और ये देश को बांटने की साजिश है।