IAS Meet : भोपाल में तीन दिवसीय आईएएस सर्विस मीट का शुभारंभ
सीएम यादव बोले- लोकतंत्र को सफल बनाने में अफसरों की अहम भूमिका

भोपाल। प्रशासन अकादमी में आज मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आईएएस सर्विस मीट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव अनुराग जैन, एसीएस राजेश राजौरा, संजय दुबे, नीरज मंडलोई, आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष मनु श्रीवास्तव प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
आयोजन में प्रदेशभर से आईएएस अधिकारी पहुंचे हैं। आज से शुरू हुआ यह तीन दिवसीय आईएएस सर्विस मीट सभी अधिकारियों की सहभागिता के साथ आयोजित किया जा रहा है। इस मीट में सहायक कलेक्टर से लेकर मुख्य सचिव तक, साथ ही पूर्व आईएएस अधिकारी और उनके परिवारजन भी शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान अधिकारी प्रशासनिक जिम्मेदारियों से हटकर अपनी कला और प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। अरेरा क्लब में दिनभर और देर रात तक विभिन्न सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जनता के हित में लिए गए निर्णयों का प्रभावी क्रियान्वयन आईएएस अधिकारी ही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में करते हैं। अपने आप को दांव पर लगाकर कार्य करने की क्षमता अगर किसी में है, तो वह आईएएस अफसरों में है। उन्होंने कहा कि राजशाही के दौर के बाद आजादी के समय यह आशंका थी कि लोकतंत्र सफल हो पाएगा या नहीं, लेकिन आईएएस अधिकारियों ने लोकतंत्र को सफल बनाकर दिखाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने न केवल प्रदेश में, बल्कि पूरे देश में अपने कार्यों के दम पर अलग पहचान बनाई है। शासन-प्रशासन में लगातार नवाचार हो रहे हैं। सिस्टम में कई बार बातें इधर-उधर होती हैं, लेकिन अंतत: जनता के हित में अच्छे काम और सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अच्छे विचार और नए आइडिया लेकर आएं और उन्हें प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करें, क्योंकि सही बात सही समय पर हो जाए तो उसके काम का महत्व बढ़ जाता है।
डॉ. यादव ने कहा कि अधिकारियों के मुंह से ए प्लान, बी प्लान, सी प्लान, डी प्लान सुनाई देते रहते हैं और ये योजनाएं आती रहनी चाहिए। आप सभी सौभाग्यशाली हैं कि अपनी सेवा के माध्यम से बड़े से बड़ा कार्य कर सकते हैं। निरंतर चुनौतियों का सामना करते-करते आप स्वयं को इस तरह ढाल लेते हैं कि नेताओं के आने-जाने का आप पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
इस अवसर पर आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनु श्रीवास्तव ने कहा कि सर्विस मीट के माध्यम से सीनियर और जूनियर अधिकारी एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझते हैं। सकारात्मक सोच के चलते पिछले कई वर्षों से इस तरह के सफल आयोजन किए जा रहे हैं।






