रायपुर : गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के ग्राम कुदरी के किसान पवन सिंह मरावी के चेहरे पर इन दिनों खुशी साफ झलक रही है। वजह है, सुशासन तिहार में मिला उन्हें समाधान का तोहफा। बीते कई सालों से उनके सरकारी अभिलेखों में नाम की त्रुटि थी, जिस कारण वे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं से वंचित रह जाते थे। हर बार फॉर्म भरते, लेकिन गलती के कारण नाम सूची से बाहर हो जाता। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर शुरू हुए सुशासन तिहार में जब पवन सिंह ने अपनी समस्या रखी, तो प्रशासन ने तुरंत गंभीरता दिखाई। राजस्व विभाग ने तेजी से जांच कर उनके बी-1 रिकॉर्ड और किसान किताब में नाम की गलती को ठीक कर दिया।
अब जब अभिलेखों में सब कुछ सही हो गया है, तो पवन सिंह को उम्मीद की नई किरण दिखी है। वे अब न सिर्फ किसान सम्मान निधि बल्कि अन्य सरकारी योजनाओं का भी पूरा लाभ उठा सकेंगे। खुश होकर पवन सिंह कहते हैं कि मैं शासन और प्रशासन का दिल से धन्यवाद करता हूँ। अब मुझे वो सब मिलेगा जिसका मुझे वर्षों से इंतजार था। पवन सिंह की कहानी इस बात की मिसाल है कि अगर जनता सजग हो और सरकार संवेदनशील, तो समस्याएं सुलझ सकती हैं। सुशासन तिहार ने एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि बदलाव मुमकिन है।