पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने विपक्ष के भारत गठबंधन को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद सियासी पारा चढ़ने लगा है। कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने भी चिदंबरम के बयान से सहमति जताते हुए अपील की है कि इन चिंताओं का समाधान निकालने की जरूरत है। चिदंबरम और सलमान खुर्शीद के बयानों के बाद ऐसा लग रहा है कि गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और यह लगातार कमजोर हो रहा है। सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘भारत गठबंधन इसलिए हुआ क्योंकि हमने इस बात को स्वीकार कर लिया था कि इस लड़ाई में हमें गठबंधन की जरूरत है। हमने अपनी जगह छोड़ी और गठबंधन बनाया। गठबंधन की जरूरत है, कई पार्टियों के लिए गठबंधन एक नई चीज थी। हम गठबंधन को कैसे मजबूत कर सकते हैं, यह सोचने का विषय है। हमें इस पर काम करना होगा कि हम कैसे मजबूत बनें।’
पी चिदंबरम ने क्या कहा?
सलमान खुर्शीद और मृत्युंजय सिंह यादव की किताब ‘कंटेस्टिंग डेमोक्रेटिक डेफिसिट’ के विमोचन के मौके पर बोलते हुए चिदंबरम ने कहा, भारत गठबंधन का भविष्य उतना उज्ज्वल नहीं है, जितना मृत्युंजय सिंह यादव ने कहा है। उन्हें लगता है कि गठबंधन अभी भी बरकरार है, लेकिन मैं इस बारे में निश्चित नहीं हूं। इसका जवाब सिर्फ सलमान (खुर्शीद) ही दे सकते हैं, क्योंकि वे भारत ब्लॉक के लिए बातचीत करने वाली टीम का हिस्सा थे। अगर गठबंधन पूरी तरह से बरकरार रहता है, तो मुझे बहुत खुशी होगी, लेकिन इससे पता चलता है कि यह कमजोर हो गया है। उन्होंने कहा, ‘मेरे अनुभव और इतिहास के अध्ययन के अनुसार, भाजपा जितना संगठित कोई राजनीतिक दल नहीं है। यह कोई साधारण राजनीतिक दल नहीं है। यह एक मशीन के पीछे एक मशीन है और ये दो मशीनें भारत की सारी मशीनरी को नियंत्रित करती हैं। चिदंबरम के बयान पर खुर्शीद ने कहा कि चिदंबरम के विचार बताते हैं कि हमें 2029 में बहुत बड़ी लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। हमें यह सोचना होगा कि गठबंधन के सहयोगियों को कैसे एक साथ लाया जाए।
बिहार चुनाव से पहले आया बयान
दोनों नेताओं की इन टिप्पणियों को बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, बिहार में कुछ महीनों बाद ही चुनाव होने हैं, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड की अगुवाई वाले एनडीए के खिलाफ आरजेडी की अगुवाई वाली इंडिया ब्लॉक पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। इंडिया ब्लॉक कई राजनीतिक दलों का गठबंधन है, जिसका नेतृत्व देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस करती रही है। यह गठबंधन 2024 के आम चुनाव से पहले बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के विरोध में बना है। इंडिया ब्लॉक ने जब लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था, तो उसे फायदा भी हुआ था। उसने 235 सीटों पर विजय पताका फहराई थी, जबकि 293 सीटें एनडीए के खाते में गई थीं।