गुना। कोर्ट परिसर को शिफ्ट किए जाने के विरोध में गुना में वकीलों ने बुधवार को हनुमान चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। वकील कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने पहुंचे थे, लेकिन कलेक्टर के सामने न आने से नाराज होकर वकीलों ने चौराहे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने एक डॉग के गले में ‘कलेक्टर गुना’ लिखी तख्ती लटका दी।
वहीं कलेक्टर ने बुधवार के प्रदर्शन के बाद अधिवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सोशल मीडिया पर उन्होंने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, कानून व्यवस्था बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है।
दरअसल, वकीलों ने कोर्ट परिसर से रैली निकाली और कलेक्टर कार्यालय तक मार्च किया। वहां पहुंचकर उन्होंने करीब दो घंटे तक नारेबाजी की और मांग की कि ज्ञापन कलेक्टर स्वयं लें। प्रशासन की ओर से बताया गया कि ज्ञापन लेने के लिए अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, लेकिन वकील कलेक्टर को बुलाने पर अड़े रहे।
कलेक्टर के नहीं आने पर चौराहे पर डटे वकील जब कलेक्टर सामने नहीं आए तो वकील कलेक्ट्रेट से हनुमान चौराहा पहुंच गए और वहां चौराहे पर हाथ में हाथ डालकर घेरा बनाकर खड़े हो गए। इससे चारों तरफ ट्रैफिक जाम हो गया। वकीलों ने कहा कि “कलेक्टर तानाशाही कर रहे हैं, उन्हें ज्ञापन लेने आना ही पड़ेगा।”
प्रशासन ने की अपील, फिर भी नहीं माने वकील ADM अखिलेश जैन, SDM शिवानी पांडे सहित प्रशासन और पुलिस का अमला वकीलों को समझाने पहुंचा। SDM ने वकीलों से कहा कि चक्काजाम से आमजन को परेशानी हो रही है, इसलिए प्रदर्शन समाप्त करें, लेकिन वकील नहीं माने।
डॉग को प्रतीक बनाकर सौंपा ज्ञापन करीब ढाई घंटे तक चले चक्काजाम के बाद जब कलेक्टर नहीं आए, तो एक वकील अपने पालतू डॉग को लेकर चौराहे पर पहुंचे। डॉग के गले में ‘कलेक्टर गुना’ लिखी तख्ती लटका दी। इसके बाद वकीलों ने उसी के ऊपर ज्ञापन रखकर प्रतीकात्मक रूप से ज्ञापन सौंपा।
कलेक्टर बोले- प्रशासन करेगा कार्रवाई प्रदर्शन के बाद बुधवार रात 8 बजे कलेक्टर ने सोशल मीडिया एप ‘X’ पर लिखा- “कानून व्यवस्था बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। आज कुछ अधिवक्ताओं द्वारा लाउडस्पीकर का प्रयोग करते हुए, निर्धारित संख्या से अधिक लोगों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश सहित हनुमान चौराहे पर जाम किया गया, जिससे आम नागरिकों को भारी असुविधा हुई। एसडीएम गुना ने स्पष्ट किया हनुमान चौराहे पर किया गया जाम बिना अनुमति के अवैधानिक रूप से किया गया। प्रशासन द्वारा इस विषय में नियमानुसार उचित एवं आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”