प्रदेश के तीन टाइगर रिजर्व के लिए उड़ान भरेगी एयर टैक्सी

भोपाल ।  देश में सर्वाधिक बाघों वाले राज्य के रूप में टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त मध्यप्रदेश में अब प्रमुख तीन टाइगर रिजर्व जाने के लिए हवाई सवारी भी मिलेगी। मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा शुरू की गई पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा एयर टैक्सी जल्द ही प्रदेश के तीन टाइगर रिजर्व पेंच, कान्हा और बांधवगढ़ के लिए उड़ान भरेगी। इससे पर्यटकों के लिए यहां तक जाना-आना काफी आसान हो जाएगा।


पर्यटन विभाग द्वारा एयर टैक्सी के संचालन का मकसद ही प्रदेश के प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों तक सीधी हवाई सेवा शुरू करना था। अभी यह उड़ानें  भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश के 8 शहरों के बीच संचालित हो रही हैं। जल्द ही पर्यटन विभाग इनका विस्तार करने जा रहा है। इसके तहत प्रदेश के तीन नेशनल पार्क तक सीधी उड़ानें शुरू करने की योजना तैयार की गई है। इसका मकसद टाइगर स्टेट में आने वाले पर्यटकों को टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क तक पहुंचने के लिए आसान सफर उपलब्ध करवाना है।


हवाई पट्टियों की हो रही जांच

प्रदेश का सबसे बड़ा नेशनल पार्क कान्हा बालाघाट और मंडला जिले में स्थित है। वहीं पेंच नेशनल पार्क मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर सिवनी और छिंदवाड़ा जिले में मौजूद है। वहीं बांधवगढ़ उमरिया जिले में स्थित नेशनल पार्क है। इन सभी स्थानों पर हवाई पट्टियां मौजूद हैं। पर्यटन विभाग यहां एयर टैक्सी शुरू करने के लिए इनकी जांच कर रहा है और जल्द ही सारे क्लीयरेंस मिलते ही यहां के लिए सीधी उड़ानें शुरू कर दी जाएंगी।


भोपाल को भी मिल सकता है सीधा कनेक्शन

इन उड़ानों को संचालित करने के लिए पर्यटन विभाग और उड़ानों का संचालन करने वाली जेट सर्व एविएशन प्रालि फ्लायओला कंपनी विस्तृत योजना तैयार कर इसी हफ्ते शेड्यूल जारी करने वाली है। अब तक यह तय नहीं हुआ है कि किस नेशनल पार्क के लिए किस शहर से सीधी उड़ान मिलेगी, लेकिन इस बात की पूरी संभावना है कि भोपाल से भी नेशनल पार्क के लिए सीधी उड़ानें मिलेंगी।


इनका कहना है

मध्यप्रदेश के तीन प्रमुख टाइगर रिजर्व कान्हा, पेंच और बांधवगढ़ के लिए पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा की उड़ानें शुरू करने की योजना तैयार की जा रही है। इसके लिए इन सभी स्थानों पर हवाई पट्टियों को भी देखा जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही इनका शेड्यूल जारी करने के साथ बुकिंग शुरू की जाएगी और संभवत: इसी माह से उड़ानों का संचालन भी शुरू हो जाएगा।– अंकित कौरव, कंपनी सेक्रेटरी,
मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग

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