नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 के नए वेरिएंट एनबी.1.8.1 का एक मामला और एलएफ.7 वेरिएंट के चार मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार ये वैरिएंट अधिक खतरनाक नहीं हैं। चिंता की बात नहीं है। दोनों वैरिएंट पर डब्ल्यूएचओ की नजर है, क्योंकि इन वेरिएंट के कारण चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में कोविड मामले बढ़ रहे हैं। भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकाग) के डाटा के अनुसार अप्रैल में तमिलनाडु में एनबी.1.8.1 का एक मामला मिला।
दिल्ली में कोविड के 23 नए मामले
मई में गुजरात में एलएफ.7 के चार मामले पाए गए। 19 मई तक, देश में कोविड के 257 सक्रिय मामले थे। भारत में सबसे अधिक जेएन.1 वेरिएंट के मामले मिले हैं जो जांच किए गए नमूनों का 53 है। बीए.2 के 26 प्रतिशत और ओमिक्रान सबलाइनेज के 20 प्रतिशत मामले हैं। दिल्ली में कोविड के 23 नए मामले दर्ज किए गए, आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटे में चार मामले सामने आए हैं। तेलंगाना में एक मामले की पुष्टि हुई है। बेंगलुरु में नौ महीने का बच्चा जांच में संक्रमित पाया गया है। केरल में मई में अब तक 273 मामलों का पता चला है।
महाराष्ट्र में भी बढ़ रहे मामले
वहीं ठाणे नगर निगम ने बताया है कि शनिवार को शहर में कोविड-19 से एक मरीज की मौत हो गई, जबकि 8 नए मामले सामने आए हैं। शहर में अब कोविड-19 के कुल 18 एक्टिव मरीज हो गए हैं। इसके अलावा एनसीआर में कोविड के पहले केस की भी पुष्टि हो गई है। नोएडा के सेक्टर 110 में महिला कोविड पॉजिटिव मिली है, जिसे होम आइसोलेशन में रखा गया है। इसके पहले एम्स ऋषिकेश ने भी तीन कोविड केस की पुष्टि की थी। कोविड के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अस्तपालों के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि स्थिति नियंत्रण में है।