हवा-बादलों के बीच नौतपा की शुरुआत

छिंदवाड़ा । मौसम विभाग के सारे पूर्वानुमानों को झुठलाते हुए इस बार गर्मी का मौसम बिना तपे ही बीत रहा है। 25 तारीख यानि रविवार से नौ तपा शुरू शुरू हो रहा है इधर मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को  भी बारिश काआरेंज अलर्ट घोषित किया है। इस पूरे सप्ताह आसमान में जिस तरह लगातार बादल छाए हैं और गुरुवार शुक्रवार केा तेज बारिश हुई है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि हवा बादलों के बीच ही नोतपा की शुरुआत होगी। ऐसे में सीजन में सबसे ज्यादा गर्म होने वाले ये नौ दिन इस बार क्या अपनी तपिश दिखा पाएंगे इसको लेकर चर्चाएं चल रही है। मौसम विभाग ने 26 तारीख के बाद मौसम में बदलाव और आसमान साफ होने की संभावना बताई है लेकिन इस बार गर्मी को लेकर पूरे पूर्वानुमान गलत साबित हुए हैं। इस साल कई सालों के बाद सबसे गर्म दिन मई में पड़ने की बात कही जा रही थी लेकिन मई का महीना बीतने का आ रहा है गर्मी बेअसर दिख रही है। नौ तपा 25 मई से 3 जून तक रहेगा। 
चार वेदर सिस्टम सक्रिय
देश में इस बार अलग-अलग स्थानों पर चार सिस्टम सक्रिय है।कम दबाव के बने इन क्षेत्रों  से घने बादल हवाओं के साथ चलकर आ रहे है। इसी वजह से अचानक बारिश और तेज आंधी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। शुक्रवार की रात दस बजे केआसपास भी तेज हवाएं चली। इसके बाद बारिश शुरू हो गई। शनिवार को दोपहर 12 बजे के आसपास आसमान में छाए बादलों के कारण कुछ समय के लिए बूंदाबांदी हुई। आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र में कृषि आधारित मौसम सूचना केंद्र के नोडल अधिकारी डा शर्मा ने बताया कि रविवार-सोमवार केा भी आसमान में बादलों का डेरा रह सकता है। 


मार्च-अप्रैल में ही दिखा गर्मी का  असर
 इस बार गर्मी का असर मार्च-अपे्रल के महीने में देखा गया। मार्च के महीने में तापमान औसत से 2-3 डिग्री ज्यादा दर्ज किया गया। इस महीने में चार-पांच दिन तापमान 40 डिग्री तक छूता दिखा। अप्रैल में भी हालांकि आसमान में बीच-बीच में बादल छाए रहे औरछिटपुट बूंदाबांदी भी होती रही। अप्रैल में तापमान 41 डिग्री तक पहुंचा था और ऐसा लग रहा था कि मई में रिकार्ड तोड़ गर्मी पड़ेगी। मई के महीने में पिछले कुछ सालो ंमें तापमान 38 डिगी से 44 डिग्री तक दर्ज किया जाता रहा है। इस बार लोगों को तापमान और बढ़ने की आशंका लग रही थी। अ्रप्रैल के कुछ दिनों को छोड़ देें तो मई में लू के थपेड़ों से भी लोगों को निजात मिलती दिखी। इस समय जब लोग सर पर गमछा,टोपी, आंखों में काला चश्मा लगाते दिखते थे इस समय बारिश के कारण कई बार छाता ओर रेनकोट पहनकर उन्हें बाहर निकलना पड़ रहा है। 

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