मंडी टैक्स के खिलाफ मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल, कामकाज बंद..
भोपाल। प्रदेश में कृषि उपजों पर लगने वाले ज्यादा मंडी टैक्स के खिलाफ व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है। सोमवार से मंडियों में कामकाज बंद कर हड़ताल घोषित कर दी गई। मप्र सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी संघ द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया गया है। प्रदेश की लगभग सभी मंडियों के व्यापारी संघों ने इसे समर्थन देते हुए व्यापार बंद कर दिया है।
मध्यप्रदेश की कुल 230 अनाज मंडियों में सोमवार से करीब 25 हजार व्यापारियों ने कारोबार बंद कर दिया है। मंडी फीस डेढ़ की बजाय 1त्न करने, निराश्रित शुल्क खत्म करने समेत कुल 11 मांगों को लेकर व्यापारियों ने अनिश्चितकाल के लिए अनाज की खरीदी बंद की है। भोपाल की करोंद अनाज मंडी में नीलामी नहीं हुई। दो दिन पहले ही यहां व्यापारियों के खरीदी नहीं करने का अनाउंसमेंट करा दिया था। इसलिए किसान भी अनाज लेकर नहीं पहुंचे। इस कारण मंडी में विरानी छाई हुई है।
मप्र सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ समिति के आह्वान पर प्रदेशभर के व्यापारी खरीदी बंद रख रहे हैं। महासंघ के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल ने बताया, अभी सरकार मंडी शुल्क 1.5 प्रतिशत ले रही है, जिसे 1 प्रतिशत करने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। दूसरी ओर, निराश्रित शुल्क समाप्त करने की मांग भी है। यह करीब 50 साल अनावश्यक रूप से लिया जा रहा है। इसका क्या उपयोग हो रहा, यह जानकारी भी नहीं दी जाती। इनके समेत 11 मांगें हैं, जिन्हें लेकर सोमवार से अनाज की खरीदी बंद कर दी गई है। 25 हजार से ज्यादा व्यापारी हड़ताल पर हैं। साथ ही इनसे जुड़े हम्माल-तुलावटी भी काम नहीं कर पा रहे हैं।
भोपाल मंडी में नहीं पहुंचे व्यापारी
भोपाल की करोंद अनाज मंडी भी सोमवार से अनिश्चितकालीन बंद हो गई। मंडी के व्यापारी भी खरीदी करने नहीं पहुंचे। व्यापारी संजीवकुमार जैन ने बताया, प्रदेश स्तरीय आह्वान पर भोपाल ग्रेन एंड ऑयल सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन ने भी मंडी बंद रखने का निर्णय लिया है। इसे लेकर शनिवार को ही मंडी में अनाउंसमेंट करा दिया था। आज अनाज की नीलामी नहीं हुई है।