संजय लीला भंसाली की सीरीज ‘हीरामंडी’ को लेकर हर तरफ चर्चा, पर कर दी बड़ी गलती

संजय लीला भंसाली की बहुप्रतीक्षित वेब सीरीज़ ‘हीरामंडी’ भले ही दर्शकों को अपनी भव्यता और कहानी से मोहित कर रही हो, लेकिन यह हाल ही में कई तथ्यात्मक गलतियों के कारण विवादों में भी घिर गई है।

1920 के दशक में कोरोनावायरस और युवा कांग्रेस

सीरीज़ में, जो स्वतंत्रता-पूर्व युग में सेट है, सोनाक्षी सिन्हा के किरदार ‘फरीदन’ को एक उर्दू अखबार पढ़ते हुए दिखाया गया है। ध्यान देने वाली बात यह है कि अखबार में कोरोनावायरस महामारी और वारंगल नगर निगम चुनाव जैसी हालिया घटनाओं के बारे में सुर्खियां हैं। यह एक स्पष्ट ऐतिहासिक गलती है, क्योंकि 1920 के दशक में न तो कोरोनावायरस हुआ था और न ही वारंगल नगर निगम चुनाव हुए थे।

अख़बारों का गलत स्वरूप

इसके अलावा, अखबार में इस्तेमाल किए गए प्रिंटिंग फॉन्ट और लेआउट भी उस समय के प्रचलित तरीकों से भिन्न हैं। यह दर्शाता है कि निर्माताओं ने ऐतिहासिक सटीकता पर ध्यान नहीं दिया है।

‘पीर-ए-कामिल’ पुस्तक की उपस्थिति

एक अन्य दृश्य में, अदिति राव हैदरी को एक लाइब्रेरी में ‘पीर-ए-कामिल’ नामक पुस्तक पढ़ते हुए दिखाया गया है। यह पुस्तक 2004 में प्रकाशित हुई थी, जो 1920 के दशक की कहानी के साथ असंगत है।

फिल्म इतिहासकारों और मीडिया विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी गलतियों से बचना महत्वपूर्ण है, खासकर जब वे ऐतिहासिक फिल्मों या सीरीज़ में होती हैं। इन गलतियों से दर्शकों का विश्वास कमजोर हो सकता है और फिल्म या सीरीज़ के प्रभाव को कम कर सकता है।

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