Bhopal: बफर एरिया में अतिक्रमण, सरकार का अनुरोध मुख्य सचिव से जुर्माना माफ करें, अतिक्रमण हटाने पर जोर नही
भोपाल। केरवा और कलियासोत डेम के एफटीएल से 33 मीटर तक के बफर एरिया में मौजूद सभी अतिक्रमणों को मार्च 2024 तक हटाया जाएगा। सरकारी जांच दल को कलियासोत के बफर में 96, केरवा के बफर एरिया में 33 अतिक्रमण मिले हैं। राज्य सरकार ने बुधवार को एनजीटी में जवाब दिया। 18 जुलाई की सुनवाई के दौरान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस पर लगे 5 लाख जुर्माने का माफ करने का अनुरोध किया है।
एनजीटी में आठ आला अधिकारियों के दस्तखत वाली 512 पेज की रिपोर्ट पेश की। इसमें अतिक्रमणकारियों की सूची में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व सीएस अवनि वैश्य, छग के डिप्टी सीएम के भाई अरुण एल सिंह देव, उस्ताद जियाउद्दीन डागर की पत्नी पदमा समेत कई रसूखदारों के नाम शामिल हैं।
पिछली बार देर से मिली थी सूचना… इसलिए नहीं हो सकी थी तैयारी
सरकार ने एनजीटी को बताया पिछली सुनवाई पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को उपस्थित होने की सूचना एक दिन पूर्व देर रात मिली थी। ऐसे में उन्हें बिना तैयारी के कोर्ट में पेश होना पड़ा। सरकारी वकील ने बताया कि तत्कालीन वकील (सचिन वर्मा) ने शासन के किसी भी अधिकारी को मुख्य सचिव की पेशी की जानकारी नहीं दी गई। राज्य सरकार ने बताया कि कर्तव्य के प्रति इस लापरवाही के कारण राज्य सरकार के वकील (सचिन वर्मा) ने इस्तीफा दे दिया है। दो जिम्मेदार अफसरों भोपाल नगर निगम के टाउन प्लानर नीरज आनंद लिखार और प्रदूषण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ब्रिजेश शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कलियासोत : बफर में अतिक्रमण, अवैध निर्माणकर्ता
पदमा डागर पत्नी उस्ताद जिया उद्दीन डागर, सीमा पत्नी नर्बदा मिश्रा, आरोशिखा एजुकेशन, ममता यादव पत्नी अवधेश प्रताप सिंह यादव, मधुरम प्रोपराइटर सुधीर गुप्ता, नीलम पत्नी मनोज मिश्रा, अरविंद अग्रवाल, विनीत अजमानी, शिखा पत्नी महेंद्र सिंह चौहान, सुषमा पाठक, अवधेश अग्रवाल, रेणु गुंदेचा पत्नी रमाकांत गुंदेचा।
केरवा के किनारे इनके अवैध कब्जे मिले
मेंडोरा गांव में खसरा नंबर 226, 234 और 232 पर सोलर पॉवर शेड, किचन शेड, पक्का निर्माण कॉटेज बना है। इसके मालिक पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह हैं। खसरा नंबर 144/2 पर टीनशेड और बगीचा है। इसके मालिक पूर्व सीएस अवनि वैश्य हैं। महुआखेड़ा गांव के खसरा नंबर 34/4 पर पक्का निर्माण चल रहा है। इसके मालिक अरुण एल सिंह देव हैं। इसके अलावा राकेश लीला आरपीसी लीला, शरद कुमार सांघी, राजकिशोर सिंह, अरविंद सिंह, निशा राजानी पत्नी पुरुषोत्तम राजानी, नारायण लोधी, मनीष त्रिपाठी, आशीष त्रिपाठी।