कलेक्टर की कुर्सी खाली और हो रही जनसुनवाई…

मुरैना। जिले के कलेक्टर के पास आम जनता के लिए सप्ताह में 1 दिन का भी समय नहीं है। हर दिन तो वो व्यस्त रहते ही है, लेकिन मंगलवार को जनता उनसे अपनी समस्याओं को लेकर मिलती है, लेकिन इस मंगलवार को भी कलेक्टर साहब जनसुनवाई में मौजूद नहीं थे। जनसुनवाई में न कलेक्टर मौजूद थे, न अपर कलेक्टर और न ही नगर निगम कमिश्नर। केवल एक मात्र एसडीएम बैठे थे जो आने वाले आवेदकों से आवेदन लेकर उन्हें कलेक्टर की खाली कुर्सी के सामने मेज पर गड्डी बनाकर जमा कर रहे थे। जनसुनवाई में अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे, लेकिन मुख्य अधिकारी न होने के कारण फरियादी भी बहुत कम पहुंचे, जिससे विभागों के अधिकारी टाइम पास करते दिखे। कुल मिलाकर जनसुनवाई के नाम पर जिला मुरैना के कलेक्ट्रेट में रस्म अदायगी चल रही है।
कलेक्टर अंकित अस्थाना जनसुनवाई में ही नहीं बैठ पा रहे हैं। आम दिनों में वे, जनता से बहुत कम रूबरू हो पाते हैं, वही सप्ताह में 1 दिन जनसुनवाई में भी, वह मुरैना की जनता को समय नहीं दे पा रहे हैं। खासकर ऐसे समय में जब विधानसभा चुनाव नजदीक है और मौजूदा सरकार जनता के हित में नित्य नए फैसले कर रही है।
कम हो रही फरियादियों की संख्या
मुरैना कलेक्ट्रेट में आने वाले फरियादियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। इसका एकमात्र कारण फरियादियों की सुनवाई न होना है। कई फरियादी तो ऐसे हैं जो सालों से जनसुनवाई में आ रहे हैं लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जा सका है। उनमें ऐसे फरियादियों की संख्या अधिक मिल जाएगी जो महीनों से जनसुनवाई में आकर अपनी फरियाद का आवेदन दे जाते हैं और उसके बाद कोई कार्यवाही नहीं हुई है।