नई दिल्ली। रोशनी नादर देश की सबसे अमीर महिला बन गई है और ऐसा रातों रात हुआ है. दरअसल ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स के अनुसार, एचसीएल ग्रुप के फाउंडर शिव नादर ने अपनी बेटी रौशनी नादर को एचसीएल का 47 फीसदी हिस्सेदारी दे दिया है. ये हिस्सेदारी मिलने के बाद रोशनी कंपनी में सबसे बड़ी शेयर होल्डर बन गई है और रातों रात एशिया की सबसे अमीर महिला भी. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार वो दुनिया की 5वीं सबसे अमीर महिला भी बन चुकी हैं।
नेटवर्थ के मामले में रोशनी ने अंबानी फैमिली को भी गजब का टक्कर दी है. दरअसल यहां हम मुकेश अंबानी नहीं नीता अंबानी की बात कर रहे है. अगर नीता अंबानी की संपत्ति के साथ रोशनी की नेटवर्थ की तुलना करें तो साल 2024 में नीता अंबानी की कुल संपत्ति 2340-2510 करोड़ रुपये के करीब थी. लेकिन रोशनी नीता अंबानी की संपत्ति से आगे निकल गई है. उन्होंने सावित्री जिंदल, अजीज प्रेमजी तक को भी पीछे छोड़ दिया है, हालांकि अंबानी और अडानी की नेटवर्थ रोशनी से काफी ज्यादा है. यह उनके बाद तीसरे नंबर पर आ गई।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडिया के मुताबिक मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 88.1 अरब डॉलर है. वहीं गौतम अडानी की कुल संपत्ति 68.9 अरब डॉलर है. इसके बाद रौशनी नादर का नाम आता है उनकी कुल संपत्ति 35.9 अरब डॉलर यानी करीब 31,30,31,34,67,080 रुपये हो गई है. पिता से मिले गिफ्ट के बाद रौशनी नादर के पास वामा दिल्ली की 12.94 फीसदी हिस्सेदारी और एचसीएल कॉर्प की 49.94 फीसदी हिस्सेदारी हो गई है.मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के बाद रोशनी देश की तीसरी सबसे अमीर शख्सियत बन गई हैं. हालांकि उन्होनें नीता अंबानी को पीछे छोड़ दिया है, लेकिन अंबानी फैमिली की ज्वाइंट संपत्ति रौशनी से काफी ज्यादा है.
रोशनी नादर से जुड़े दिलचस्प तथ्य
पिता की विरासत को आगे बढ़ाया: रोशनी नादर एचसीएल के संस्थापक शिव नादर की इकलौती संतान हैं. उन्होंने 2020 में अपने पिता से एचसीएल टेक्नोलॉजीज की कमान संभाली और भारत की पहली महिला बन गईं, जो किसी लिस्टेड आईटी कंपनी की अध्यक्ष बनीं.
पत्रकारिता से बिजनेस तक का सफर: रोशनी ने अपने करियर की शुरुआत टेक्नोलॉजी से नहीं, बल्कि पत्रकारिता से की थी. उन्होंने नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन में डिग्री हासिल की और सीएनएन और स्काई न्यूज जैसे बड़े मीडिया हाउस में न्यूज प्रोड्यूसर के रूप में काम किया. बाद में वह अपने पारिवारिक व्यवसाय में शामिल हुईं.
शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षित: रोशनी एक प्रशिक्षित शास्त्रीय संगीतकार भी हैं. यह उनकी रचनात्मक और सांस्कृतिक रुचि को दर्शाता है. .
वन्य जीवन के प्रति प्रेम: उन्हें वन्यजीव और पर्यावरण संरक्षण में गहरी दिलचस्पी है. 2018 में उन्होंने अपने पति शिखर मल्होत्रा के साथ द हैबिटैट्स ट्रस्ट की स्थापना की, जिसका उद्देश्य जैव विविधता और प्राकृतिक आवासों की रक्षा करना है. वह अक्सर जंगल सफारी पर भी जाती हैं.
शिक्षा और परोपकार में योगदान: रोशनी शिव नादर फाउंडेशन की ट्रस्टी हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में काम करता है. यह संस्था आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करती है.