Patanjali: सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद अखबारों में रामदेव की नई माफ़ी, इस बार साइज़ बड़ा

योग गुरु रामदेव (Ramdev) और उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) ने पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali) के भ्रामक विज्ञापन मामले में अख़बारों में एक ताज़ा माफ़ीनामा (Fresh Apology) प्रकाशित किया है. इस बार माफ़ीनामे का साइज़ पिछले विज्ञापन से बड़ा रखा गया है. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने माफ़ीनामे के साइज को लेकर दोनों को फटकार लगाई थी।

23 अप्रैल को भ्रामक विज्ञापन मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि क्या पतंजलि का माफीनामे का साइज़ उतना ही बड़ा था, जितने साइज़ के पहले विज्ञापन थे. कोर्ट ने ये भी पूछ लिया था कि क्या आप हमेशा इतने ही साइज़ का विज्ञापन छपवाते हैं. जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही थी. रामदेव और बालकृष्ण ने कोर्ट को बताया था कि उन्होंने 67 अख़बारों में विज्ञापन देकर माफ़ीनाम छपवाया था।

इससे पहले रामदेव के वकील ने जवाब में कहा था कि माफ़ीनामे का साइज़ विज्ञापनों जितना बड़ा नहीं था, क्योंकि इसकी क़ीमत बहुत ज्यादा यानी लाखों में है.  इसमें 10 लाख रुपये का खर्चा आया था. इस मामले में अगली सुनवाई 30 अप्रैल को होनी है.

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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