अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी: शुद्धता जांचने के 7 तरीके

अक्षय तृतीया, सोना खरीदने के लिए एक शुभ दिन माना जाता है। इस दिन सोना खरीदने से समृद्धि और सुख-समृद्धि आने की मान्यता है।
लेकिन, बाजार में मिलावटी सोने की भी भरमार है। इसलिए, सोने की शुद्धता जांचना बहुत महत्वपूर्ण है।
यहां हम आपको सोने की शुद्धता जांचने के 7 आसान तरीके बता रहे हैं:
1. हॉलमार्क जांचें: सोने की खरीदारी करते समय सबसे पहले हॉलमार्क का ध्यान रखें। यह एक सरकारी प्रमाणपत्र है जो सोने की शुद्धता को दर्शाता है। भारत में, सोने की शुद्धता 24 कैरेट (99.99%), 22 कैरेट (91.67%), 18 कैरेट (75%), 14 कैरेट (58.5%) और 10 कैरेट (41.67%) में मापी जाती है।
2. विनेगर टेस्ट: सोने की किसी भी वस्तु पर विनेगर (सिरका) की कुछ बूंदें डालें। यदि सोने का रंग नहीं बदलता है, तो यह शुद्ध है। नकली सोना विनेगर के संपर्क में आने पर काला पड़ने लगता है।
3. एसिड टेस्ट: इस विधि में, सोने की चीज पर नाइट्रिक एसिड की एक बूंद लगाई जाती है और प्रतिक्रिया को देखा जाता है। प्रतिक्रिया की दर और तीव्रता सोने की शुद्धता का संकेत दे सकती है।
4. चुंबक टेस्ट: सोने की शुद्धता जांचने के लिए चुंबक का भी उपयोग किया जाता है। यदि गहना चुंबक से चिपकता है, तो यह नकली हो सकता है।
5. पानी की टेस्ट: एक बर्तन में पानी भरें और उसमें सोने का गहना डालें। यदि गहना पानी में तैरता है, तो यह नकली हो सकता है। शुद्ध सोना हमेशा डूब जाता है।
6. खनक टेस्ट: कहा जाता है कि असली सोना गिरने पर भारी आवाज करता है, जबकि नकली सोना लोहे की तरह खनकता है।
7. कीमत: सोने की कीमत कैरेट के आधार पर होती है। उच्च कैरेट का सोना अधिक महंगा होगा। इसलिए, खरीदारी करते समय सोने की कीमतों की तुलना करें।
इन 7 तरीकों का उपयोग करके आप आसानी से सोने की शुद्धता का पता लगा सकते हैं।
अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी करते समय इन बातों का ध्यान रखें और शुद्ध सोने का आनंद लें!