Sansad: स्पीकर पद के लिए ओम बिरला और के सुरेश में मुकाबला, कल सुबह 11 बजे होगा मतदान…

नई दिल्ली। लोकसभा स्पीकर पद के लिए सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी गठबंधन के बीच सहमति नहीं बन पाई है और अब स्पीकर पद को लेकर चुनाव होगा। ओम बिरला एनडीए तो के सुरेश विपक्षी गठबंधन की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार होंगे। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार होगा, जब स्पीकर पद के लिए मतदान होगा।
ओम बिरला के नाम पर सहमति
भारतीय जनता पार्टी के नेता ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को नामांकन दाखिल कर सकते हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने अध्यक्ष के चुनाव पर आम सहमति बनाने के लिए पार्टी लाइन से हटकर सदस्यों से संपर्क किया है। पता चला है कि सिंह ने इस मुद्दे पर आम सहमति बनाने के लिए सोमवार देर रात तक भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन ब्लॉक गठबंधन के नेताओं के साथ चर्चा की है। अगर चुनाव जीतते हैं तो राजस्थान के कोटा से सांसद बिड़ला कांग्रेस के बलराम जाखड़ के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे, जो दो बार स्पीकर चुने गए और 1980 से 1989 तक इस कुर्सी पर रहे।
राहुल बोले- डिप्टी स्पीकर पद मिलता तो समर्थन करते
राहुल गांधी ने कहा- कांग्रेस अध्यक्ष के पास स्पीकर के समर्थन के लिए राजनाथ सिंह का फोन आया था। विपक्ष ने साफ कहा है कि हम स्पीकर को समर्थन देंगे, लेकिन विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलना चाहिए। राजनाथ सिंह ने दोबारा फोन करने की बात कही थी, हालांकि अब तक कॉल नहीं आया। राहुल गांधी ने कहा आज अखबार में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि विपक्ष को सरकार के साथ रचनात्मक सहयोग करना चाहिए। राजनाथ सिंह ने मल्लिकार्जुन खडग़े को फोन किया और उनसे स्पीकर को समर्थन देने को कहा। पूरा विपक्ष कहता है कि हम स्पीकर का समर्थन करेंगे लेकिन परंपरा यह है कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा कि वे मल्लिकार्जुन खडग़े से वापस बात करेंगे लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है। पीएम मोदी विपक्ष से सहयोग मांग रहे हैं लेकिन हमारे नेता का अपमान हो रहा है।
स्पीकर चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन पर बरसे केंद्रीय मंत्री
विपक्षी गठबंधन की तरफ से के. सुरेश को लोकसभा स्पीकर पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा उन्होंने (विपक्ष) कहा कि पहले डिप्टी स्पीकर के लिए नाम तय कर लें, फिर हम स्पीकर उम्मीदवार का समर्थन करेंगे! हम ऐसी राजनीति की निंदा करते हैं। अच्छी परंपरा तो यह होती कि स्पीकर सर्वसम्मति से चुना जाता। स्पीकर किसी पार्टी या विपक्ष का नहीं होता, वह पूरे सदन का होता है। इसी तरह डिप्टी स्पीकर भी किसी पार्टी या समूह का नहीं होता, वह पूरे सदन का होता है और इसलिए सदन की सहमति होनी चाहिए। ऐसी शर्तें कि कोई खास व्यक्ति या खास पार्टी का ही डिप्टी स्पीकर हो, लोकसभा की किसी भी परंपरा में फिट नहीं बैठतीं।
अखिलेश यादव बोले- विपक्ष को मिलना चाहिए डिप्टी स्पीकर का पद
सपा अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के चुनाव को लेकर कहा कि ‘सबकुछ जल्द ही साफ हो जाएगा। विपक्ष की मांग है कि डिप्टी स्पीकर पद उन्हें मिलना चाहिए और हमारी पार्टी का भी यही स्टैंड है।’
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