मध्यप्रदेश सरकार प्रशासन - शासन नहीं चला रही, निजी व्यवसाय कर रही है: दिग्विजय सिंह

जबलपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा है कि 2003 से लेकर आज तक केवल नवंबर 2018 से मार्च 2020 तक के 15 महीने छोड़ कर, मध्यप्रदेश सरकार प्रशासन नहीं कर रही है, शासन नहीं चला रही है, निजी व्यवसाय कर रही है। निजी व्यवसाय किन लोगो का है, पार्टनरशिप कम्पनी किस की है, शिवराज सिंह चौहान और उनका मंत्री मण्डल और इस कंपनी में कुछ नए शेयर खरीदने वाले आ गए है जिन्हें महाराज भाजपा कहा जाता है।
सिंह ने कहा कि दलाल किस्म के भाजपा के नेता भाजपा का मंत्री मण्डल और बेईमान भ्रष्ट नियमो को तोड़कर भाजपा को समर्थन करने वाले अधिकारी कर्मचारी इनकी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी व्यवसाय कर रही है। रेत का ठेका उन के पास, माइनिग उनके पास, जबलपुर के पनागर के माननीय विधायक इंदु तिवारी जी का पीडीएस का पूरा व्यवसाय, गरीबो को मिलने वाला अनाज 50 से 60 प्रतिशत बाजार में बिक रहा है एक शब्द उसके बारे में न तो मीडिया छाप रहा है न कोई उनके बारे में कुछ कहा रहा है।

पूरे प्रदेश में खुरई के भूपेंद्र सिंह, सुरखी के महाराज भाजपा के गोविन्द सिंह, गढ़ाकोटा में माननीय मंत्री जी किस प्रकार से कांग्रेस के कार्यकर्ताओ को प्रताड़ित कर रहे है, झूठे केस बनाये जा रहे है, मकान तोड़े जा रहे हैं, जेल भेजा जा रहा है। 

कल हमारे एक आदिवासी सरपंच सिहोरा के वो कह रहे थे कि साहब मुझे जबरदस्ती जेल भेज दिया, सेंट्रल जेल में 4 दिन रहना पड़ा 151, 107 और 116 में तो मैं समझता हूं कि इस प्रकार से प्रताड़ित किया जा रहा है । 

मैं दावे के साथ इस बात को कह सकता हूं कि 10 साल के हमारे कार्यकाल में 93 से 2003 के बीच में एक भी भाजपा का नेता कह दे कि मैंने उसके साथ अन्याय या अत्याचार या किसी झूठे केस में किसी को फंसाया हो।

साथियों आज पूरे प्रदेश में ड्रग माफिया, माइनिंग माफिया, पीडीएस माफिया और अब इल्लीगल बेटिंग माफिया भी चालू हो गया है। 2 प्रमुख केंद्र बन गए है इल्लीगल बेटिंग के एक दतिया और एक कटनी। कटनी के इल्लीगल माफिया बेटिंग माफिया का व्यवसाय दिन दुगनी रात चौगनी तरक्की कर रहा है। दुबई से काम चल रहा है, गुजरात की पुलिस ढूंड रही है छत्तीसगढ़ की पुलिस ने पकड़ लिया है, लेकिन म.प्र. की पुलिस शांत है, उनका भी क्या हिस्सा है? कटनी के एसपी साहब से मैं पूछना चाहता हूं, इल्लीगल बेटिंग के मामले में क्या गुजरात पुलिस से उनके पास कोई सूचना आई है? मैं पूछना चाहता हूं अगर आई है तो अपने अभी तक कोई कार्यवही क्यों नहीं की? क्या आपका भी उस इल्लीगल बेटिंग में कोई हिस्सा है? 

साथियों आज पूरे प्रदेश में मुख्य मंत्री केवल नाटक नोटंकी के अलावा कुछ नहीं है, कही ढोल बजाएँगे कही नाचेंगे, कही बच्चों को गोद में उठा लेंगे! 

20 साल तक बहनों की याद नहीं आई, चुनाव आया तो लाडली बहना की याद आ गई और भाजपा के मेंबर पर्लयामेंट खंडवा के वो खुले आम कह रहे हैं कि भाजपा में वोट दो तो 1000 रू माह मिलते रहेंगे यानि कि यह स्पष्ट तौर पे हमारे कानून का उलंघन कर रहे हैं उन पर केस दर्ज क्यू न किया गया? उन पर कार्यवाही क्यों नही हुई। 

खुले आम प्रधानमंत्री इस देश के कह रहे हैं बजरंग बली का नाम ले कर बटन दबाओ क्या यह मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट का उल्लंघन नहीं है? क्या यह रेप्रजेंटेशन ऑफ़ पीपुल एक्ट का उलंघन नहीं है? 

इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया मान. से पूछना चाहता हूं जब खुलेआम प्राइम मिनिस्टर बजरंगबली के नाम से बोट मांग रहे है चुनाव में तो आपने उनको नोटिस क्यों नहीं दिया, उन पर कार्यवाही क्यू नहीं की? उन पर मुकदमा दायर क्यों नहीं किया?

 देश में कानून का राज नहीं चल रहा है और मुझे तो इस बात का दुःख है कि जो चुनाव आयोग से हमे निष्पक्षता की उम्मीद है वो सोनिया जी को नोटिस भेज रहा है वो प्रधानमंत्री जी को नोटिस नहीं भेज रहा है, क्या दोनों में फर्क है? क्या दोनों पर कानून लागू नहीं होता? अगर सोनिया जी पर होता है, तो मोदी जी पर भी होता है, नोटिस तो दीजिये जवाब तो मांगिये कि वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज इस देश के संविधान, नियम और कानून के ऊपर हो गए हैं? शर्म आनी चाहिए इन सभी संवैधानिक संस्थानों को जो इस प्रकार का व्यवहार कर रहे हैं।

हमारे  तरुण भनोट जी वित्त मंत्री थे इनके वित्त मंत्रालय से लगभग 1000 से 3000 करोड़ की योजनाएं जबलपुर के लिए स्वीकृत की, जितनी उपेक्षा जबलपुर की हुई है किसी भी शासन में नहीं हुई है। अरे एक मंत्री तक नहीं? सागर से 3-3 मंत्री और यहाँ से केबिनेट सूखा, अरे धिक्कार है भाजपा के एमएलए यहाँ पर जो भी है इन को इस्तीफा दे देना चाहिए। अजय विश्नोई आपके साथ नहीं हैं क्योंकि वो नाराज भाजपा का सदस्य है इसलिए आप किसी को मंत्री नहीं बना रहे हैं। 

मैं कल सिहोरा में था जो मैंने 2003 में शिलान्यास कर गया था उस के अलावा आज एक भी काम वहां नहीं हुआ। अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्रावास का इशू ले कर मैं मौके पर गया इन बच्चों को कहा जा रहा है कि खाली करो, कहा जाएं? यह किसका राज है यह किसका तुगलकी हुकुम है, इनका कसूर क्या है यह मांग कर रहे हैं। वाईस प्रेसिडेंट ऑफ़ इंडिया को तक इन्होने झूठ बोल दिया शिलान्यास करा दिया और कह दिया बजट नही है। अरे बजट नहीं है तो आपने एक कॉनसीट्युटनल हेड उप राष्ट्रपति की आपने अवमानना की है कि बिना बजट के आपने उनसे शिलान्यास क्यू करा दिया? कितना झूठ बोलोगे।

रीवा में आकर मुख्यमंत्री जी मोदी जी के सामने कह रहे हैं कि आपने कहा था की 2022 में किसानों की आमदनी दुगुनी हो जाएगी हमने कर दी! अरे म.प्र. का एक किसान हो तो बता दो जिसने जो कह दे कि मेरी आमदनी दुगुनी हो गई? केवल शिवराज सिंह चौहान की खेती दुगुनी नहीं, 10 गुनी हो गई है, और बो भी जैत के गाँव में नहीं हुई जो उनके पुस्तेनी जमीन थी।

अभी दीपक जोशी जी, कैलाश जोशी जी के सुपुत्र ने बड़े मौलिक प्रश्न पूछे हैं कि शिवराज जी जब आप हमीदिया कॉलेज में पढ़ते थे तो आपके भोजन की और वस्त्रों की व्यवस्था हम लोग करते थे अब आपने चुनाव के समय जो वेल्थ स्टेटमेंट दिया है उस वेल्थ स्टेटमेंट में आपके साडे 9 करोड़ की संपत्ति का जिक्र है यह बताइए साढ़े 9 करोड़ आए कहां से? क्या डम्पर कांड से आए?, क्या व्यापम से आए? क्या ई टेंडरिंग से आए? कहां से आए? और हालत यह है कि खुलेआम लूट मची हुई है।

कलेक्टरों से पोस्टिंग का पैसा लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री निवास से फ़ोन जाता है कौन सी पोस्टिंग चाहिए बताओ, मेन्यु कार्ड लगा हुआ है, कौन से कमाऊ पोस्टिंग है, इतना भ्रष्टाचार हमने अपने जीवन काल में नहीं देखा। 10 साल तक एक भी जिला कलेक्टर या प्रशासकीय अधिकारी कह दे की दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर एसपी या किसी बड़े अधिकारी से ट्रान्सफर या पोस्टिंग में पैसा लिया हो। 

क्या हो रहा है यह और आप सब लोग चुप बैठे हैं, साप सूंघ गया मीडिया को इतना क्या दब रहे हो, विज्ञापन तो मिलेंगे, मिलते रहेंगे आपको क्या मिल रहा है, उस में भी तो कमीशन खाते है पब्लिक रिलेशन के डिपार्टमेंट में।

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