पूर्व CM के इस बयान पर शिवराज ने बुधवार को भोपाल के स्मार्ट पार्क में पौधारोपण के बाद कहा- पता नहीं कमलनाथ क्या-क्या बोलते हैं। मैं किसान नहीं हूं... मैं मामा नहीं हूं...। मामा तो तुम हो ही नहीं सकते। मामा वो होता है, जिसके दिल में बहन-बेटियों के लिए इज्जत होती है। हर कोई मामा थोड़ी हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा- तुम किसान हो ही नहीं सकते, क्योंकि कर्जमाफी का वादा करके मुकर गए। माटी की सौंधी सुगंध आप जानते नहीं हो। चायवाला तो कोई गरीब ही हो सकता है। सोने की चम्मच मुंह में लेकर कॉर्पोरेट राजनीति करने वाले और मौका मिलते ही प्रदेश को लूटने वाले कैसे चायवाले हो सकते हैं।
कमलनाथ का अहंकार बोल रहा
कमलनाथ के विधायकों की कोई कीमत नहीं होती वाले बयान पर CM शिवराज ने कहा- मुझे कमलनाथ पर तरस आता है। उन पर उम्र हावी हो रही है। वे कहते हैं कि मुझे विधायकों की जरूरत नहीं। कांग्रेस ये जानती है कि विधायक ही मुख्यमंत्री चुनते हैं। शायद पहले भी वे ऐसा कहते होंगे इसी वजह से लोग निकल आए। अब अभी से कह रहे हैं कि मुझे जरूरत नहीं हैं। खुद को कहलवाते हैं भावी.. अवश्यंभावी CM और कहते हैं कि विधायकों की जरूरत ही नहीं है। ये उनका अहंकार बोल रहा है।
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