पहलवानों ने हरियाणा की खाप पंचायतों से समर्थन मांगा है। उन्होंने खापों से माफी मांगते हुए कहा, 'पिछली बार हमसे भूल हो गई थी। आज हमें आप सभी की बहुत जरूरत है। हमारा साथ दीजिए।'
सुबह बजरंग पूनिया ने कहा था कि इस मंच पर सभी राजनीतिक दलों का स्वागत है। हालांकि जनवरी में प्रदर्शन के दौरान मंच पर किसी भी राजनीतिक दल को परमिशन नहीं दी थी।
इस बीच, इंडियन रेसलिंग फेडरेशन (WFI) के 7 मई से होने वाले चुनाव रोक दिए गए हैं। न्यूज एजेंसी को सूत्रों ने बताया कि ओलिंपिक्स एसोसिएशन चुनाव के लिए एक एग्जिक्यूटिव कमेटी बनाएगी। कमेटी WFI का कामकाज भी देखेगी।
दिल्ली पुलिस ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन और केंद्रीय खेल मंत्रालय की बनाई दोनों जांच कमेटियों की रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने सांसद बृजभूषण पर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
बजरंग पूनिया ने कहा, 'इस बार सभी दलों का हमारे धरने में शामिल होने के लिए स्वागत है, चाहे वह भाजपा, कांग्रेस, आप या कोई अन्य पार्टी हो। हम किसी भी पार्टी से जुड़े नहीं हैं।' पिछली बार जनवरी में पहलवानों ने किसी भी पार्टी के नेताओं को मंच पर नहीं आने दिया था।
किस मुंह से बेटी बचाओ का नारा : मलिक
पूर्व गर्वनर सत्यपाल मलिक ने पूछा कि सरकार किस मुंह से बेटी बचाओ का नारा देती है। देश की बेटियां तो पिछले 3 महीने से न्याय के लिए भटक रही हैं। देश के भविष्य से खिलवाड़ सिर्फ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि जिस पर आरोप लग रहे हैं वह भाजपा सांसद हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खिलाड़ियों का समर्थन किया
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खिलाड़ियों का समर्थन किया है। हुड्डा ने ट्वीट कर कहा - जिन खिलाड़ियों ने पूरी दुनिया में देश का मान बढ़ाया है, उन्हें न्याय के लिए धरना देना पड़े तो यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है।
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