47 साल की सुष्मिता सेन को हाल ही में हार्ट अटैक आने के बाद एंजियोप्लास्टी से गुजरना पड़ा। सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा, ‘अपने हार्ट को हमेशा खुश और स्ट्रॉन्ग रखें, क्योंकि जब आपको इसकी सबसे ज्यादा जरूरत होगी तो यही आपके साथ खड़ा होगा।’
स्पोर्ट्स इंजरी एक्सपर्ट और ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अमित अग्रवाल कहते हैं कि रोजाना रनिंग-जॉगिंग और एक्सरसाइज करने वालों का दिल मजबूत होता है। सुष्मिता सेन भी अपनी फिटनेस को लेकर हमेशा सजग रही हैं। यही वजह है कि वह हार्ट अटैक से उबरकर फिर उसी जिंदादिली के साथ फैंस के सामने हैं।
सुष्मिता ने 2 मार्च को इंस्टाग्राम पर जानकारी दी कि उन्हें कुछ दिन पहले दिल का दौरा पड़ा था और अब वह इससे उबर रही हैं. दिल का दौरा पड़ने के अलावा, एक्ट्रेस की एक गंभीर मेडिकल हिस्ट्री रही है. इससे पहले, एक इंटरव्यू में सुष्मिता ने खुलासा किया था कि उन्हें 2014 में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का पता चला था.
एक्ट्रेस राजीव मसंद के नए शो वीमेन वी लव में नजर आई थीं और दो साल तक जानलेवा हार्मोनल बीमारी से अपनी लड़ाई के बारे में बात की. उन्होंने कहा, "मैंने अपनी बंगाली फिल्म निर्बाक की शूटिंग पूरी की, और मैं गंभीर रूप से बीमार पड़ गई. हम समझ नहीं पाए कि क्या हुआ था. फिर, कई तरह के टेस्ट हुए तो पता चला कोर्टिसोल बनाना बंद हो गया. मैं भाग्यशाली थी कि मैं इससे उबर आई क्योंकि मैं एक भयानक मेडिकल कंडीशन में चली गई थी."
आठ घंटों में लेती थीं स्टेरॉयड
उन्होंने कहा, "मुझे जिंदगी भर के लिए स्टेरॉयड-पर डिपेंडेंट घोषित कर दिया गया. जिसका मतलब है कि मुझे हाइड्रोकार्टिसोन नाम की दवा लेनी थी, जो एक स्टेरॉयड है. जिंदा रहने के लिए हर आठ घंटे में मुझे स्टेरॉयड लेना होता था क्योंकि वह मेरी बॉडी में नहीं बनता था"
इसके बाद सुष्मिता ने बताया कि उन्हें स्टेरॉयड के गंभीर साइड इफेक्ट का सामना करना पड़ा था और वो साल उनके लिए बेहद दर्दनाक थे. उन्होंने बताया कि स्टेरॉयड जमा होने के कारण उसका चेहरा अजीब हो गया था. और तभी उनकी बोन डेन्सिटी कम होने लगी और उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी होने लगी. हालांकि, बाद में बेहतर इलाज के बाद अक्टूबर 2016 तक उन्होंने स्टेरॉयड लेना बंद कर दिया.
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