हंसाते-हंसाते सबको रुला गया कैलेंडर...। कैलेंडर 90 के दशक के सिने प्रेमियों के लिए ऐसा नाम जो उनके चेहरे पर खुशी ला दे। हम बात कर रहे हैं सतीश कौशिक की जो होली की खुशियां पूरे जोश से मनाने के बाद कल देर रात उनकी मौत हो गई। अचानक इस तरह से उनके जाने से सिर्फ फिल्म जगत ही नहीं बल्कि उनके करोड़ों फैन्स भी बेहद दुखी हैं। देर रात उनकी मौत के बाद गुरुवार सुबह उनके शव का पोस्टमार्टम दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में हुआ। इस बीच उनके मैनेजर सामने आए हैं और उन्होंने बताया कि सतीश कौशिक का अंतिम दिन कैसा रहा और कब-क्या हुआ...
मैनेजर ने कही ये बात
सतीश कौशिक के मैनेजर ने कहा कि बुधवार सुबह 10:00 बजे होली मनाने के लिए वह दिल्ली के द्वारका सेक्टर 23 पुष्पांजलि में आए थे। होली सेलिब्रेशन के बाद वह पुष्पांजलि में ही रुके थे। रात करीब 12:10 पर उन्होंने अपने मैनेजर को बुलाया और बताया कि उन्हें छाती में दर्द हो रहा है।
वह तुरंत उन्हें फोर्टिस अस्पताल ले गए जहां गेट पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। इसके बाद परिजनों ने कापसहेड़ा थाने की पुलिस को सूचना दी। पुलिस उनके शव को डीडीयू अस्पताल में लेकर आई और पोस्टमार्टम कराया।
पुलिस के साथ आए उनके सहयोगियों ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने के कारण पुलिस पोस्टमार्टम करा रही है। पुलिस यह जानने के लिए पोस्टमार्टम करा रही है कि उनके साथ कोई गलत काम तो नहीं हुआ।
सडन कार्डियक अरेस्ट है मौत की वजह
सतीश कौशिक के पार्थिव शरीर के साथ अस्पताल आए उनके दोस्त प्रतीक आनंद ने बताया कि डॉक्टरों ने सतीश के मौत की वजह सडन कार्डियक अरेस्ट(अचानक पड़ने वाला दिल का दौरा) है।हालांकि अभी विस्तृत रिपोर्ट आनी बाकी है।
एक घंटे चला पोस्टमार्टम
सतीश कौशिक के शव का पोस्टमार्टम करीब एक घंटे तक पोस्टमार्टम चला है। सुबह करीब 11:00 बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ था। बताया जा रहा है कि उनके शरीर में किसी भी प्रकार की कोई चोट के निशान नहीं है। साथ कहा ये भी जा रहा है कि उन्होंने शराब भी नहीं पी थी।
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