भाजपा ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला तेज करते हुए आरोप लगाया कि वह विदेश में भारत के खिलाफ बोल रहे हैं और देश की स्थितियों के बारे में ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जिसकी हिम्मत पाकिस्तान भी नहीं करता।
'दुनिया कर रही भारत के लिए अच्छे शब्दों का इस्तेमाल लेकिन..'
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि जहां पूरी दुनिया भारत का वर्णन करने के लिए अच्छे शब्दों का इस्तेमाल कर रही है, वहीं इसके मुख्य विपक्षी नेता विदेशी धरती पर दावा कर रहे हैं कि देश बर्बाद हो गया है और लोकतंत्र अब नहीं है, न्यायपालिका और मीडिया की हालत खराब है।
'भारत में कारोबार के लिए चीन छोड़ रहीं विदेशी कंपनियां'
उन्होंने राहुल पर आरोप लगाया कि वह ऐसे समय में निवेशकों को भारत में निवेश करने से मना कर रहे हैं जब दुनिया देश को 'चमकते सितारे' के रूप में देख रही है और विदेशी कंपनियां यहां कारोबार करने के लिए चीन को छोड़ रही हैं।
'वैश्विक मंच पर पाकिस्तान भी नहीं करता ऐसी हिम्मत'
उन्होंने कहा, एक बड़े विश्वविद्यालय में वह लोगों को भारत के बारे में बुरी बातें बता रहे हैं। पाकिस्तान भी अब वैश्विक मंच पर भारत के बारे में ये बातें कहने की हिम्मत नहीं करता, लेकिन गांधी इसे एक ऐसी जगह के रूप में पेश कर रहे हैं जहां लोकतंत्र अब नहीं है और न्यायपालिका से समझौता किया गया है।
'भारत को नीचा दिखाने के लिए काम कर रहे राहुल गांधी'
पात्रा ने सवाल किया कि क्या गांधी भारत को नीचा दिखाने के लिए किसी एजेंसी के लिए पेरोल पर एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान में गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और उनके समेत कई नेताओं की निगरानी की जा रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने भारतीय लोकतंत्र पर कथित हमले के पांच मुख्य पहलुओं को सूचीबद्ध किया - मीडिया और न्यायपालिका पर कब्जा और नियंत्रण; निगरानी और धमकी, केंद्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जबरदस्ती, अल्पसंख्यकों-दलितों और आदिवासियों पर हमले और असहमति को बंद करना।
'वंशवादी पार्टी का बच्चा ब्राइट नहीं, लेकिन भारत एक ब्राइट स्थान'
पात्रा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और गांधी परिवार भारत में ताने-बाने को नष्ट करने के लिए किसी भी निम्न स्तर तक जा सकते हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा, आप अपनी वंशवादी पार्टी के ब्राइट बच्चे नहीं हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि भारत एक ब्राइट स्थान नहीं है।
'पेगासस की जांच के लिए नहीं जमा किए मोबाइल फोन'
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गांधी या अन्य कांग्रेस नेताओं ने पेगासस मेलवेयर के जरिए जासूसी के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच समिति द्वारा जांच के लिए अपने मोबाइल फोन भी जमा नहीं किए। उन्होंने कहा कि एक आरटीआई के जवाब से खुलासा हुआ था कि यूपीए के सत्ता में रहने के दौरान सरकारी एजेंसियों द्वारा हजारों फोन टैप किए गए थे और सैकड़ों ईमेल पढ़े गए थे।
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