साथ ही CARE Ratings ने भी अडानी एंटरप्राइजेज के आउटलुक को स्टेबल से निगेटिव कर दिया है। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि कंपनी के खिलाफ रेगुलेटरी और लीगल स्क्रूटिनी के चलते उसने ऐसा किया है। इससे आज इसके शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। बीएसई पर दोपहर बाद 1.50 बजे यह 5.19% की गिरावट के साथ 1933.80 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
बुधवार को इसमें करीब तीन फीसदी तेजी आई थी। इसका 52 हफ्ते का टॉप लेवल 4,189.55 रुपये है जो इसने पिछले साल 21 दिसंबर को छुआ था। इसका न्यूनतम स्तर 1,017.10 रुपये है। यह तीन फरवरी को इस स्तर पर पहुंचा था। अडानी ग्रुप के बारे में हिंडनबर्ग रिसर्च की निगेटिव रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। एनएसई ने तीन फरवरी को ग्रुप के तीन शेयरों अडानी एंटरप्राइजेज, अंबूजा सीमेंट्स और अडानी पोर्ट्स को सर्विलांस फ्रेमवर्क में डाल दिया था। अंबूजा सीमेंट्स और अडानी पोर्ट्स को पिछले महीने ही इस फ्रेमवर्क से हटा दिया गया था जबकि अडानी एंटरप्राइजेज को हाल में इससे बाहर किया गया।
Post a Comment