अब अदाणी ग्रुप पर विदेशी फंड और शेयर में हेरफेर पर आई नई रिपोर्ट, शेयर पर दिखा असर

हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने गौतम अदाणी को हिला कर रख दिया है. उनके ग्रुप से जुड़ी जानकारी पिछले कुछ हफ्तों से मार्केट का तापमान बढ़ाएं हुए हैं. लगातार गिरावट का सामने कर रहे अदाणी के लिए हर दिन एक नई मुसीबत आकर खड़ी हो जाती है. फिलहाल, उनका मॉरीशस का कारोबार स्पॉटलाइट में आ गया है।

अपनी रिपोर्ट में हिंडेनबर्ग रिसर्च ने कहा था कि टाइकून के भाई, विनोद और उसके सहयोगियों की तरफ से मॉरीशस में कंट्रोल की जाने वाली संस्थाओं को मनी लॉन्ड्रिंग और शेयर के कीमत में हेरफेर के लिए इस्तेमाल किया है. Adani Enterprises का शेयर आज करीब 4.82% गिरकर बंद हुआ।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कैरिबियाई द्वीपों से लेकर संयुक्त अरब अमीरात तक शेल कंपनियों ने निवेशकों को भ्रमित रखा, लेकिन इस सब के बीच मॉरीशस की विदेशी कंपनियों (Offshore Companies) ने इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अदाणी ग्रुप के शेयरों में 153 बिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की जा चुकी है।
दरअसल, हिंडेनबर्ग के आरोप निवेश को बढ़ाने के लिए मॉरीशस के वित्तीय सेवाओं और सुशासन मंत्री महेन कुमार सेरुट्टुन की भारत यात्रा से ठीक पहले सामने आए थे. उस समय सीरुट्टुन ने कहा था कि अदाणी ग्रुप ने उनके देश के अधिकार क्षेत्र में सभी नियमों का पालन किया है और उनकी सरकार इस मामले में भारतीय अधिकारियों के साथ सहयोग करेगी.
ब्लूमबर्ग के अनुसार, देश के वित्तीय सेवा आयोग के मुख्य कार्यकारी धनेश्वरनाथ ठाकुर ने इस बात से इनकार किया कि मॉरीशस एक टैक्स हेवन है. उन्होंने कहा कि देश 15% कॉर्पोरेट दर के साथ आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के न्यूनतम टैक्सेशन स्टैंडर्ड्स का पालन करता है. इसकी तुलना में ब्रिटिश के आइलैंड्स कोई टैक्स नहीं लगाते हैं.

0/Post a Comment/Comments