हर महीने एक घोटाला बनी मप्र की पहचान
विधायक कुणाल ने कहा कि मध्यप्रदेश में 215 महीने की भाजपा सरकार ने 200 से ज्यादा घोटाले किए हैं, हर महीने एक घोटाला मध्यप्रदेश की पहचान बना दी गई है। फिर भी शिवराज सरकार जश्न मना कर 3 साल-बेमिसाल बता रही है। कोविड काल में अस्पताल में बिस्तर पाने के लिए भी मरीजों को कई गुना कीमत चुकानी पड़ी और बदले में मिली उन्हें मौत।
आपदाओं से लड़ने में सरकार रही असफल
विधायक कुणाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सैकड़ों फर्जी नर्सिंग होम रातों-रात पैदा हुए, जहां न डॉक्टर थे न इलाज की व्यवस्था, मगर सरकार से अनुबंध जरूर था। बाद में खुद सरकार ने कहा कि इन अस्पतालों में कुछ नहीं था। एक चिकित्सक 20-20 अस्पतालों में दिखाया गया था। भ्रष्टाचार और मिलीभगत का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है? मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में 5 महीने में ही सामान्य से 54 प्रतिशत अधिक लगभग 3 लाख लोगों की मृत्यु हुई, क्या यह सामान्य घटना है? जन स्वास्थ्य देने में आपदाओं से लड़ने में सरकार पूरी तरह असफल रही।
भाजपा बोली- कांग्रेस ने घोटाले ही घोटाले किए
कांग्रेस के आरोपों पर BJP के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि आजादी के बाद घोटालों में कांग्रेस खेली-पली है। कांग्रेस ने 70 साल में घोटाले ही घोटाले कर डाले, इसलिए उसको हर तरफ घोटाले ही नजर आते हैं। यह भाजपा की वो सरकार है जिसने लीकेज बंद किए हैं। इसलिए कांग्रेस लोगों के साथ खड़ी नजर नहीं आती है। यह घोटाले झूठ नाथ की कांग्रेस में दिख रहा है।
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