मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ के बीच सवालों का युद्ध नए पड़ाव की ओर बढ़ गया है। अब दोनों एक-दूसरे के लिए तीखे शब्दों का इस्तेमाल करने से भी परहेज नहीं कर रहे। मंगलवार को शिवराज ने कमलनाथ पर छल करने का आरोप लगाया तो पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पलटवार में उन्हें उनका 'महापाप' याद दिलाया।
कांग्रेस ने पिछली बार झूठ पत्र बनाया - शिवराज
भोपाल में स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने पिछली बार झूठ पत्र बनाया था। नौ सौ से ज्यादा वादे किए थे। पूरे तो नहीं किए। कांग्रेस और कमलनाथ जी, फिर महाझूठ पत्र बनाकर जनता को ठगने की तैयारी में हैं। इन्होंने वचन पत्र में किए वादे पूरे ही नहीं किए। कमलनाथ जी से एक सवाल पूछ रहा हूं कि जनता को भ्रमित करते हो। रोज झूठ बोल रहे हो। यह बताओ कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत आपने तय किया कि 51 हजार रुपये की राशि एक बेटी की शादी पर खर्च करेंगे। शादी तो हुई। डोली भी उठी। बेटी ससुराल भी चली गई। सालभर बाद कई जगह भांजे-भांजियों का जन्म भी हो गया। कमलनाथ जी, आपके 51 हजार रुपये 15 महीने में नहीं पहुंचे। क्या यह बेटियों के साथ छल नहीं है? बेटियां आपसे जवाब मांग रही हैं।
कन्याओं से झूठ बोलकर महापाप किया कमलनाथ
कमलनाथ का पलटवार में किया गया सवाल भी बेटियों से जुड़े मसले का ही था। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः।।" शिवराज जी, आपने घोषणा की थी कि 12वीं कक्षा में 75% से ज्यादा अंक लाने पर कॉलेज की छात्राओं को दो पहिया वाहन स्कूटी प्रदान किया जाएगा। इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन शुल्क का खर्च सरकार उठाएगी। आपको याद दिला दूं कि आपने दो घोषणा पत्र जारी किए थे। एक समस्त मध्यप्रदेश के लिए और दूसरा विशेष रूप से महिलाओं के लिए। महिला वचन पत्र में आपने 50 वादे किए थे। उसी में स्कूटी देने का वादा भी शामिल था। शिवराज जी ऊपर जो श्लोक लिखा है उसकी पहली पंक्ति का अर्थ तो आपको पता ही है। दूसरी पंक्ति का अर्थ मैं आपको बता देता हूं कि जहां नारियों की पूजा नहीं की जाती है, वहां सभी कार्य निष्फल हो जाते हैं। आप कन्याओं से झूठ बोलकर महापाप के भागी बन रहे हैं।
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