भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार विकास यात्रा निकाल रही है। कई जगह इनका विरोध हो रहा है तो कई जगह लोग नहीं जुट पा रहे। ऐसे में कर्मचारियों को निलंबित करने की धमकी दी जा रही है। राष्ट्रीय सरपंच संघ ने इसका विरोध किया है। विधानसभा क्षेत्र केवलारी में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा निकाली जा रही विकास यात्रा में आम जनता एकत्र क्षेत्रिय विधायक राकेश पाल सिंह के अनुसार नहीं हो पा रही है। विकास यात्रा के तहत ग्राम स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में 300 से अधिक ग्रामीणों की उपस्थिति का फरमान मौखिक रूप से जारी किया गया है और जो ये संख्या पूर्ण नहीं कर पा रहा है तो संबंधित ग्राम पंचायतों के सचिव, सहायक सचिव का स्थानांतरण, निलंबन की धमकी दी जा रही है।
यदि इस तरह से केवलारी विधानसभा क्षेत्र में धमकी देकर विकास यात्रा में भीड़ जुटाई जायेगी तो आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान कराने के लिये कौन कौन से हथकंडे अपनाये जायेंगे। केवलारी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के विधायक राकेश पाल सिंह ने विकास के कार्य करायें है तो फिर भीड़ जुटाने के लिये उन्हें प्रशासनिक दबाव का सहारा क्यों लेना पड़ रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि केवलारी विधानसभा क्षेत्र में जनता विधायक की कार्यप्रणाली से नाराज है इसलिये जनता उनके कार्यक्रमों से दूरी बना रही है।
आगामी विधानसभा चुनाव में केवलारी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की स्थिति और क्षेत्रिय विधायक राकेश पाल सिंह का रिपोर्ट कार्ड विकास यात्रा के दौरान हो रहे विरोध के साथ साथ भीड़ जुटाने के लिये दी जा रही धमकी से स्पष्ट हो रहा है।
केवलारी विधानसभा क्षेत्र में विकास यात्रा के दौरान प्रशासनिक अमला व भाजपाईयों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। विकास यात्रा के दौरान पानी की परेशानी को लेकर ग्रामीणजन महिलाएं पुरूष खाली गुण्ड बर्तन लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुये नजर आ रहे है। भाजपा की विकास यात्रा की पोल खोलने के लिये ऐसे नजारे केवलारी विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहे है। विकास यात्रा का विरोध करते हुये वीडियों सोशल मीडिया में वायरल हो रहे है।
मध्यप्रदेश में वर्तमान समय में अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रीय सरपंच संघ आंदोलन पर है। जिसमें उन्होंने 7 फरवरी 2023 से पंचायतों में तालाबंदी, काम बंदी एवं कलम बंदी की हड़ताल शुरू कर जनपद पंचायत प्रांगण केवलारी में विकासखंड क्षेत्र के सरपंच अनशनरत है।
इसी बीच 5 फरवरी से 25 फरवरी तक चलने वाली मुख्यमंत्री की जन विकास यात्रा में भीड़ नहीं होने से, पंचायतों में काम नहीं होने से जनप्रतिनिधियों के दबाव में प्रशासनिक अधिकारी और नेताओं के द्वारा ग्राम पंचायतों के सचिवो, सहायक सचिवो को निलंबित करने ट्रांसफर करने की धमकी दी जा रही है।
ये शिवराज की निकास यात्रा है
कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने विकास यात्रा के नाम पर अधिकारियों कर्मचारियों को निलंबित किए जाने की आलोचना करते हुए कहा है कि ये सीएम शिवराज की निकास यात्रा है। अठारह साल बाद विकास यात्रा का क्या औचित्य है, सब जानते हैं। ये केवल सरकारी धन का दुरुपयोग है।
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