उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भी वोटर लिस्ट में भारी गड़बड़ी हम सब ने निकाली थी। इसके चलते लाखा फर्जी और दोहराव वाले नामों को सूची से निकाला गया था। इस बार भी लाखों लोगों के नाम इसी तरह से वोटर लिस्ट में आए हैं। इन सभी नाम को हटवाने का काम हमे करना होगा। बूथ की टीम को अभी से सक्रिय करना होगा, ताकि वे प्रिजिकल वेरिफिकेशन कर सकें।
कमलनाथ ने कांग्रेसियों को दिए ये टिप्स
बता दें कि ये कार्यशाला कांग्रेस के जिला/ शहर कांग्रेस अध्यक्ष, जिला प्रभारी/ सहप्रभारी, जिला संगठन मंत्री/ मतदाता सूची प्रभारी के लिए आयोजित की गई थी. कार्यशाला में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इन लोगों को दिए टिप्स. बूथ प्रबंधन और मतदाता सूची में गड़बड़ियों को लेकर ट्रेनिंग दी गई. कमलनाथ ने मतदान सूची पर विशेष रूप से ध्यान रखने के लिए कहा और ड्यूप्लिकेट नाम ,और नए नाम न जोड़ने को लेकर कांग्रेस द्वारा शुद्धिकरण किया जाएगा. मंडल ,सेक्टर और बूथ स्तर तक नज़र रखी जायेगी
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष महेंद्र जोशी ने जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी और जिला संगठन मंत्रियों को इसमें ट्रैनिंग भी दी कि कैसे उन्हें मतदाता सूची में नाम चेक करना है। इसका उन्हें आसान तरीका भी बताया गया। साथ ही यह भी बताया कि इस तरह के ट्रैनिंग कैम्प हर जिले में और ब्लॉक स्तर पर भी लगाए जाएं, ताकि जल्द से जल्द ऐसे फर्जी मतदाताओं के नाम हटवाने का काम हो सके। उन्होंने बूथ पर सक्रिय रहने के भी टिप्स दिए। वहीं उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने इस तहर के मामलों में निर्वाचन आयोग से संबंधित जानकारी और नियम बताएं।
राज्य की सियासत बहुत ज्यादा गर्म
बता दें कि प्रदेश के चुनावी साल में होने के चलते राज्य की सियासत बहुत ज्यादा गर्म है.कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक दूसरे पर वार-पलटवार करते रहते हैं और कमलनाथ भी बीजेपी और सीएम शिवराज पर निशाना साधा कोई मौका नहीं छोड़ते. हाल ही में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Kamlnath) ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि कांग्रेस में आउटसाइडर्स का स्वागत है. अगर कोई कांग्रेस में आना चाहता है, तो वो आ सकता है.
घोषणाओं का हिसाब मांग कमलनाथ ने
वहीं सीएम शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा था कि शिवराज जी, आप खुद ही घोषणा करते हैं, खुद ही अपनी पीठ थपथपा लेते हैं और खुद ही उस घोषणा को कूड़े में फेंक देते हैं. आपकी निकास यात्रा में जनता इन घोषणाओं का हिसाब मांग रही है और कहीं काले झंडे दिखाए जा रहे हैं, कहीं किसान कपड़े उतार कर प्रदर्शन कर रहे हैं. कहीं पंचायत भवनों के ऊपर ताला डाल दिया जा रहा है तो कहीं फर्जी विकास का रथ भ्रष्टाचार वाली सड़कों के अंदर धंस जा रहा है. इसका भी जवाब देना चाहिए.
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