बता दें कि कैलाश मकवाना को लोकायुक्त संगठन से करीब छह महीने में हटा दिया गया था। वह अभी पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन में चेयरमैन हैं। लोकायुक्त में रहते हुए वह भ्रष्टाचार के विरुद्ध बड़े अधिकारियों की शिकायत पर तेजी से कार्रवाई कर रहे थे।
रांची के एक समाचार के संदर्भ में उन्होंने ट्वीट किया है। इस समाचार में बताया गया था कि केंद्र से मिले पैसे कम खर्च करने पर पंचायत सचिव व अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
मकवाना के ट्वीट पर प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने इस ट्वीट को रीट्वीट करके कहा है कि इसका मतलब ये है, सीएम शिवराज सिंह चौहान रोजाना झूठ बोल रहे हैं कि मध्य प्रदेश में ज़ीरो टॉलरेंस है। मकवाना पुलिस सेवा के गौरव और बेहद ईमानदार अधिकारी हैं। इसी कारण वह सरकार की आंखों की किरकिरी बन हुए थे। सच को सच कहने की हिम्मत बहुत कम अधिकारियों में होती है। ईमानदारी के चलते ही उन्हें हाल ही में लोकायुक्त संगठन से बाहर किया गया था।
Post a Comment